
यूनिक समय, मथुरा। श्रीराधा केलिकुंज आश्रम ने संत प्रेमानंद महाराज के प्रवचनों के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के माध्यम से दुरुपयोग पर चिंता जताते हुए एक चेतावनी जारी की है। आश्रम ने कहा कि कुछ लोग महाराज के प्रवचनों को AI की मदद से अन्य भाषाओं में अनुवाद करके या मनमाने तरीके से प्रस्तुत कर सोशल मीडिया पर प्रसारित कर रहे हैं, जो कि न केवल अनैतिक है, बल्कि कानूनी रूप से भी गलत है।
आश्रम ने यह भी स्पष्ट किया कि संत प्रेमानंद महाराज की वाणी की गरिमा उनकी मूल भाषा और शैली में ही बनी रहनी चाहिए, और किसी को भी AI का प्रयोग करके उनके प्रवचनों को परिवर्तित करने, समर्थन करने या साझा करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
इसके अलावा, आश्रम ने कुछ व्यक्तियों द्वारा रियल एस्टेट से संबंधित अफवाहों का खंडन किया, जिनमें प्लॉट, फ्लैट और संपत्ति की बिक्री का दावा किया जा रहा था। आश्रम ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह किसी प्रकार की भूमि या संपत्ति का विक्रय नहीं करता, न ही उसकी कोई होटल, रेस्टोरेंट या अन्य व्यावसायिक गतिविधियां हैं।
आश्रम ने यह भी कहा कि उनके परिसर में होने वाले सभी एकांतिक वार्तालाप, सत्संग, कीर्तन और वाणी पाठ पूरी तरह से निःशुल्क होते हैं, और इसके लिए केवल एक दिन पहले नामांकन करना आवश्यक है। साथ ही, आश्रम ने लोगों से आग्रह किया कि वे किसी भी व्यक्ति या समूह से सतर्क रहें जो आश्रम या संत प्रेमानंद महाराज का नाम लेकर भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हों।
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