नई दिल्ली। महागठबंधन की ओर से सपा ने शालिनी यादव को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी लोकसभा सीट पर उम्मीदवार बनाया है। वह सोमवार को ही कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुई हैं और मोदी को टक्कर देने के लिए अखिलेश यादव ने उन्हें मैदान में उतार दिया।पार्टी में शामिल होने के बाद शालिनी ने कहा, मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में काम करूंगी. मैं उनके दिशा-निर्देशों के अनुसार आगे बढ़ूंगी।
पेशे से फैशन डिजाइनर शालिनी यादव को राजनीति में आने की प्रेरणा अपने ससुर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय श्याम लाल यादव से मिली है। शालिनी वाराणसी से मेयर का चुनाव लड़ चुकी हैं। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर की रहने वाली शालिनी यादव की शादी स्व. श्यामलाल यादव के छोटे सुपुत्र अरुण यादव से हुई है। शालिनी बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से इंग्लिश से बीए ऑनर्स किया। इसके बाद उन्होंने फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा किया।
शालिनी यादव के ससुर श्याम लाल यादव कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे हैं, जिनका कांग्रेस ही नहीं बल्कि गांधी परिवार से कभी सीधा सरोकार हुआ करता था। 1984 में वाराणसी लोकसभा सीट से सांसद चुनी गई थी। इसके बाद राज्यसभा के सदस्य बने और 1988 में राजीव गांधी सरकार में केंद्रीय बने ,श्याम लाल यादव राज्यसभा के डिप्टी चैयरमैन भी बने थे।
शालिनी का वैसे तो कुछ खास राजनीतिक सफर नहीं रहा है पर उनके पति अरुण यादव जरूर पार्टी में सीधी पकड़ रखते हैं। शालिनी यादव ने अपना सियासी सफर दो साल पहले ही शुरू किया है। शालिनी यादव 2017 में हुए नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मेयर पद के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था। हालांकि शालिनी यादव बीजेपी की मृदुला जायसवाल से हार कर दूसरे स्थान पर थीं। शालिनी यादव को कुल एक लाख चौदह हजार वोट मिले थे।
बता दें कि पीएम मोदी दूसरी बार वाराणसी सीट से चुनावी मैदान में हैं। मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, कांग्रेस के दिग्गज कमलापति त्रिपाठी, दिवंगत प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री और केंद्रीय मंत्री रहे BJP के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व वरिष्ठतम नेताओं में से एक मुरली मनोहर जोशी भी यहां से सांसद रह चुके हैं।
Leave a Reply