विक्रम सैनी
यूनिक समय, चौमुहां (मथुरा)। कोरोना पॉजिटिव मरीजों के साथ स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों द्वारा बरती जा रही लापरवाही का उदाहरण उस वक्त सुनने में आया जब जैत पुलिस चौकी पर तैनात कोरोना पॉजिटिव एक दरोगा ने इस संवाददाता को अपनी पीड़ा बताई। बताया कि वह और उनके एक साथी दरोगा की गत 17 अप्रैल को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी । वह उसी दिन से होम आसोलेशन रह रहे हैं । तीन दिन बीतने के बाद भी किसी भी डॉक्टर या कर्मचारी ने उनकी कोई सुध नहीं ली है।
उन्हें अभी तक किसी भी प्रकार का न तो कोई इलाज मुहैया कराया गया है और न ही कोरोना वायरस से बचाव करने के लिए उन्हें कोई दवाइयों की किट उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि वह राल और चौमुहां के दोनों सामुदायिक केंद्रों पर फोन करते करते परेशान हो गए हैं। लेकिन उनका फोन तक कोई नहीं उठा रहा है। यदि फोन उठा भी लेते हैं तो केवल उन्हें झूठा आश्वासन देकर फोन काट दिया जाता है।
उन्होंने सी एम हेल्पलाइन नम्बर पर भी फोन से बात की वहां से भी आश्वासन की घुट्टी के अलावा कुछ नहीं मिला। अब आप स्वयं अंदाज लगा सकते है कि जनपद में कोरोना मरीजों का किस तरह से स्वास्थ्य विभाग बचाव कर रहा है । समाज के रक्षकों को ही जब इलाज नहीं मिल रहा है तो आमजन का क्या हाल हो रहा होगा ।
दोनों दरोगाओं ने इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की बात कही है। इस संबंध ने यूनिक समय के संवाददाता ने चौमुहां स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी को फोन करके जानकारी करने की कोशिश की तो उनका फोन भी रिसीव नहीं किया गया।
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