मुंबई। फर्जी कंपनियां बनाकर बैंकों को हजारों करोड़ रुपये का चूना लगाने वाले स्टर्लिंग बॉयोटेक कंपनी के मालिक संदेसरा ब्रदर्स को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. ईडी के मुताबिक, ये संदेसरा स्कैम पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) स्कैम से भी बड़ा है. ईडी के सूत्रों ने न्यूज़ एजेंसी अठक को इसकी जानकारी दी।
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ईडी के सूत्रों ने अठक को बताया कि स्टर्लिंग बॉयोटेक कंपनी लिमिटेड और संदेसरा ग्रुप के मेन प्रमोटर नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दिप्ती संदेसरा ने फर्जी कंपनियां बनाकर कई बैंकों को करीब 14,500 करोड़ का चूना लगाया. जबकि हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी ने पीएनबी बैंक में 11,400 करोड़ रुपये का घोटाला किया था.
ईडी ने जब्त की 9000 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
ईडी ने इस मामले की जांच के तहत बुधवार को स्टर्लिंग बायोटेक की 9,000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की. इसमें नाइजीरिया में तेल रिग, पोत, एक कारोबारी विमान और लंदन में एक आलीशान फ्लैट शामिल है.
भारतीय बैंकों की विदेशी ब्रांचों से ले रखा था लोन
सूत्रों के मुताबिक, इस कार्रवाई के दौरान ईडी को कई दस्तावेज भी मिले, जिससे पता चलता है कि संदेसरा ग्रुप ने शेल कंपनियों के जरिए भारतीय बैंकों के विदेशी ब्रांच से 9000 करोड़ का लोन लिया था. ईडी के एक अधिकारी के मुताबिक, स्टर्लिंग बायोटेक लिमिटेड (रइछ) ने भारतीय बैंकों से इंडियन और फॉरिन दोनों तरह की करेंसी में लोन हासिल किया था. संदेसरा ब्रदर्स ने ये लोन आंध्रा बैंक, यूको बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया. इलाहाबाद बैंक और बैंक ऑफ इंडिया से ले रखा है.
ईडी के सूत्रों की मानें तो संदेसरा ग्रुप में बड़ा भाई नितिन विदेश में कारोबार संभालता था, जबकि चेतन वडोदरा, मुंबई, दिल्ली और मसूरी के ऑफिस का कामकाज देखता था. कई नेताओं व आला कढर-कअर अफसरों पर धन खर्च कर और उनके सामाजिक समारोहों का खर्चा उठाकर उन्हें वह अपना चहेता बना लेता था.
अक्टूबर में सीबीआई ने दर्ज की थीाकफ
अक्टूबर 2017 में संदेसरा ग्रुप पर सीबीआई के एफआईआर दर्ज करने के बाद ईडी ने केस दर्ज किया था. सीबीआई ने 5383 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में संदेसरा ग्रुप पर एफआईआर दर्ज की थी.
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