
यूनिक समय, मथुरा। गुरुवार को सुबह से ही सूरज के तेवर सख्त नजर आने लगे थे। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया, गर्मी का असर और भी तेज होता गया। दोपहर तक तापमान 41 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे लोगों को तेज चुभन और जलन महसूस होने लगी। ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो आसमान से अंगारे बरस रहे हों।
बढ़ती गर्मी के कारण दोपहर में बाजारों की सड़कों पर सन्नाटा सा छा गया। केवल जरूरी काम से निकले लोग ही दिखाई दिए, वो भी सिर को कपड़े या गमछे से ढककर। युवतियां धूप से बचने के लिए दुपट्टे और छतरियों का सहारा लेती नजर आईं।
स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौटते बच्चे गर्मी से सबसे अधिक परेशान दिखे। पसीने से भीगे बच्चे तेज धूप से राहत पाने की कोशिश करते रहे।
तेज धूप और उमस से परिंदों को भी राहत की दरकार महसूस हुई, और वे अपने घोंसलों में जाकर छिप गए। राहगीरों ने पानी की बोतलें खरीदकर अपनी प्यास बुझाई। शाम होते-होते तापमान में कुछ गिरावट आई और बाजारों में फिर से हलचल लौट आई।
Leave a Reply