यूनिक समय, मथुरा। मध्य प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी योजना महाकाल कॉरीडोर का नाम बदलकर अब महाकाल लोक कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत महाकाल ज्योतिर्लिंग मंदिर का विस्तार 20 हेक्टेयर भूमि पर किया जा रहा है। इस योजना का पहला चरण पूरा हो चुका है। इसका लोकार्पण 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। 12 अक्टूबर को इसे आप श्रृद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद इस योजना की समीक्षा कर रहे हैं।
193 मूर्तियां और म्यूरल पर लगे हैं खास क्यूआर कोड
महाकाल लोक में लगभग 200 मूर्तियां और भित्ति चित्र ग्रंथों के अलग-अलग प्रसंगों के आधार पर बनाए गए हैं। इन सभी पर खास क्यूआर कोड लगाया गया है। इन क्यूआर कोड को स्कैन करते ही आपको भगवान शिव की महिमा और कथाएं सुनने को मिलेंगी। ये कथाएं ऑडियो फॉर्मेट में होंगी। इसके लिए आपको उमा नाम का एक एप अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा।
मोबाइल न हो तो ये डिवाइस आएगा काम
मोबाइल न होने की स्थिति में श्रद्धालु महाकाल मंदिर ऑफिस से न्यूनतम शुल्क देकर एक खास ऑडियो डिवाइस लेकर ले सकते हैं। इस डिवाइस में भी स्कैन करने का ऑप्शन होगा। इससे क्यूआर कोड स्कैन करते ही श्रृद्धालु शिव कथा सुन पाएंगे। स्कैन करते ही भाषा सिलेक्शन का भी ऑप्शन मिलेगा। शुरुआत में हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती और मराठी में ही जानकारी मिलेगी। भविष्य में अन्य भाषा के ऑप्शन भी मिलने लगेंगे।
793 करोड़ में पूरा हुआ है ये प्रोजेक्ट
महाकाल लोक प्रोजेक्ट के प्रथम चरण को को पूरा होने में 793 करोड़ का खर्च आया है। महाकाल लोक प्रोजेक्ट कितना विशाल है, इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ये 20 हेक्टेयर भूमि पर फैला है।
महाकाल लोक में 52 म्यूरल (भित्ती, चित्र), 80 स्कल्प्चर और 200 मूर्तियां हैं, जो भगवान शिव की कहानी बताती हैं। इन मूर्तियों में शिव तांडव, त्रिपुरासुर वध आदि शामिल हैं। महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना के दूसरे चरण में महाराजवाड़ा स्कूल को हैरिटेज होटल के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही रुद्रसागर (महाकाल के नजदीक स्थित एकु कुंड) का सौंदर्यीकरण करेंगे।
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