नई दिल्ली। संसद में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) पर भाजपा साथ देने वाली जनता दल (यूनाइटेड) ने एनआरसी पर सहयोग से मना कर दिया है। जेडीयू ने एनआरसी का खुला विरोध किया है। इसके साथ वही भारतीय जनता पार्टी की ऐसी पहली सहयोगी पार्टी बन गए है, जिसने एनआरसी पर सरकार को समर्थन देने से साफ इनकार कर दिया। आपको बता दें जेडीयू ने संसद में कैब पर भाजपा सरकार को समर्थन किया है। हालांकि नीतीश कुमार के इस फैसले पर जेडीयू में विवाद खड़ा हो गया है। पार्टी के कई नेताओं ने इसका खुलासा विरोध किया है।
गौरतलब है कि जेडीयू उपाध्यक्ष व चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार के इस फैसले का विरोध किया है। शनिवार को पार्टी अध्यक्ष के साथ बैठक के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि ‘नीतीश कुमार पार्टी के पहले वाले स्टैंड के साथ हैं, वह एनआरसी को सपोर्ट नहीं करेंगे। सीएम नीतीश कुमार का कहना है कि कैब नागरिकता से जुड़ा कानून है, लेकिन अगर एनआरसी को भी इसके साथ जोड़ दिया जाता है तो यह भेदभावपूर्ण होगा।
वहीं, जेडीयू अध्यक्ष नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच हुई बैठक के बाद पार्टी प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि वो एनआरसी पर सरकार को सहयोग नहीं करेंगे।
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