
यूनिक समय, मथुरा। श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश फलहारी ने वृंदावन के प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर के सेवायत आचार्यों को एक पत्र सौंपा। इस पत्र में उन्होंने मांग की कि भगवान श्री कृष्ण की पोशाकें मुस्लिम कारीगरों से न बनवाएं, क्योंकि इन कारीगरों का धर्म हमारे धार्मिक सिद्धांतों के विपरीत है।
उन्होंने यह भी कहा कि भगवान की पोशाक को शुद्धता का प्रतीक होना चाहिए और यह हमारी धार्मिक भावनाओं के अनुरूप होना चाहिए। फलहारी ने यह तर्क दिया कि जो लोग गौ माता का वध करते हैं, उनके द्वारा बनाई गई वस्त्रों का हमारे धार्मिक कार्यों में कोई स्थान नहीं हो सकता।
इस पत्र को सेवायत अशोक गोस्वामी, आचार्य ज्ञानेंद्र किशोर गोस्वामी सहित अन्य प्रमुख आचार्यों को सौंपा गया। इस दौरान बिहारी लाल वशिष्ठ और सुरेशाचार्य ने बताया कि ब्रजमंडल के अधिकांश मंदिरों में पुष्टिमार्ग के आधार पर ठाकुर जी की सेवा होती है, जो अत्यंत शुद्धता का प्रतीक है।
राजेश शास्त्री और राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेश पाठक ने चेतावनी दी कि अगर इस पत्र को गंभीरता से नहीं लिया गया और मांग पर ध्यान नहीं दिया गया, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। इस मौके पर श्रीवर्धन गोस्वामी, राम निहोर शास्त्री, बाल किशन शर्मा, जय राम शर्मा, पवन गौतम, नरेश ठाकुर, रामनिवास शास्त्री और कन्हैया कौशिक भी उपस्थित थे।
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