पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की रविवार को मानसा के पास जवाहर के गांव में दिनदहाड़े गोली मार हत्या कर दी गई। मूसेवाला के परिवार ने उनका पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया है। उनकी मांग है कि इस केस की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) से कराई जाए। बता दें कि रविवार शाम को मूसेवाला जब अपनी ब्लैक कलर की थार से किसी रिश्तेदार के घर जा रहे थे, तभी जवाहरके गांव के पास दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं। इस हमले में सिद्धू की मौत हो गई, जबकि उनके दो साथी गंभीर रूप से घायल हैं।
सिद्धू मूसेवाला अपने किसी रिश्तेदार के घर जा रहे थे। पहले वो अपनी लग्जरी और बुलेटप्रूफ फॉर्च्यूनर से जाने वाले थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपना इरादा बदल दिया और अचानक ब्लैक थार लेकर निकल पड़े। डीजीपी वीके भावरा के मुताबिक, शाम साढ़े 5 बजे के आसपास वो खुद अपनी थार चलाते हुए जा रहे थे। इस दौरान उनके दो दोस्त भी साथ थे।
डीजीपी वीके भावरा के मुताबिक, पहले सिद्धू मूसेवाला के पास 4 गनमैन थे, लेकिन उनके दो गनमैन वापस ले लिए गए थे। हालांकि, तब भी उनके पास दो गनमैन थे। लेकिन रविवार को अपने रिश्तेदार के घर जाते वक्त सिद्धू उन दो गनमैनों को भी अपने साथ नहीं ले गए।
सिद्धू मूसेवाला अपनी थार खुद चलाते हुए जा रहे थे। घर से करीब 5 किलोमीटर दूर जाने के बाद 2 गाड़ियां अचानक सामने से आईं और सिद्धू पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। गंभीर हालत में सिद्धू को आननफानन में अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक वो दम तोड़ चुके थे। सिद्धू की गाड़ी पर 30 से ज्यादा गोलियों के निशान हैं।
सिद्धू मूसेवाला का जन्म पंजाब के मानसा जिले के मूसा गांव में 11 जून 1993 को हुआ था। सिद्धू मूसा के रहने वाले थे, इसलिए उन्होंने अपना नाम सिद्धू मूसेवाला रख लिया। वैसे उनका असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू है। मूसेवाला ने 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर मानसा से चुनाव लड़ा था। हालांकि, सिद्धू को आम आदमी पार्टी के विजय सिंगला ने हरा दिया था। सिद्धू पर अपने गानों में गन कल्चर को बढ़ावा देने के आरोप लगे थे।
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