देश भर में सोने की तस्करी सबसे ज्यादा लखनऊ एयरपोर्ट के रास्ते हो रही है। यहां कस्टम की टीम ने 2019 से अब तक 99 कैरियर को गिरफ्तार कर 126.02 किलो तस्करी का सोना पकड़ा है। इस सोने की कीमत 50.73 करोड़ रुपए है। जानकारों के मुताबिक तस्करी हो रहे कुल सोने का यह महज 10 से 15 फीसदी हिस्सा है जो पकड़ा जा सका। इसकी वजह से ऐसे धंधों में इन्वेस्टमेंट करने वाले ब्लैक मनी होल्डर्स को सोने में निवेश सबसे मुफीद लग रहा है। यही वजह है कि जून 2020 से अचानक सोने की तस्करी के मामलों तेजी से सामने आने लगे है।
स्मगलिंग को लेकर अधिकारियों का कहना है कि इंडिया में ज्यादातर सोना सऊदी, मस्कट, दुबई, बैंकाक से आ रहा है। हाल ही में कुछ सोना पकड़ा गया जो ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका की रिफाइनरी का था। तस्कर ज्यादातर सोना म्यांमार के रास्ते बांग्लादेश होते हुए सड़क मार्ग से लेकर आ रहे हैं। यह सोना यूपी के रास्ते दूसरे राज्यों में भी जाता है। अधिकारियों ने बताया कि इतनी चौकसी के बीच मात्र 10 से 15 फीसदी सोनाी पकड़ा जाता है।
अनुमानित 50 लाख रुपये प्रति किलो के रेट से सोना आता है। इस पर 7.5 प्रतिशत कस्टम ड्यूटी और 2.5 प्रतिशत एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर ऐंड डेवलपमेंट सेस जोड़ें तो यह रकम 5 लाख रुपये हुई। 3 प्रतिशत जीएसटी और जोड़ दें तो कुल टैक्स 6.50 लाख रुपये तक पहुंचता है। इसमें सोना लाने वाले का खर्च डेढ़ लाख रुपये घटा दें तो मोटे तौर पर 5 लाख रुपये प्रति किलो की बचत होती है। खाड़ी देशों से तस्करी ज्यादा इसलिए होती है क्योंकि वहां सोना कस्टम फ्री है।
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