
यूनिक समय, नई दिल्ली। साउथ सुपरस्टार महेश बाबू को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में समन भेजा है। यह मामला हैदराबाद की दो रियल एस्टेट कंपनियों – साई सूर्या डेवलपर्स और सुराना ग्रुप – से जुड़ा हुआ है, जिन पर धोखाधड़ी और वित्तीय गड़बड़ियों के गंभीर आरोप हैं।
ईडी की जांच में पता चला है कि महेश बाबू ने इन दोनों कंपनियों की रियल एस्टेट परियोजनाओं का प्रमोशन किया था, जिसके लिए उन्हें करीब 5.9 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। बताया जा रहा है कि इस राशि में से 3.4 करोड़ रुपये चेक के माध्यम से और 2.5 करोड़ रुपये नकद में दिए गए। अब यही नकद भुगतान ईडी की जांच के केंद्र में है।
27 अप्रैल को महेश बाबू को ईडी के समक्ष पेश होने के लिए बुलाया गया है ताकि उनसे इस भुगतान के स्रोत और उद्देश्य को लेकर पूछताछ की जा सके। सूत्रों के मुताबिक, ईडी को संदेह है कि यह नकद भुगतान मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है।
इस मामले की जड़ तेलंगाना पुलिस की ओर से दर्ज एफआईआर में छुपी है, जिसमें सुराना ग्रुप के नरेंद्र सुराना और साई सूर्या डेवलपर्स के सतीश चंद्र गुप्ता पर फर्जी रजिस्ट्रेशन, एक ही प्लॉट को कई बार बेचना, और अनधिकृत लेआउट में प्लॉट बेचने जैसे आरोप लगाए गए हैं। इन सभी गतिविधियों से कई निवेशकों को भारी नुकसान हुआ है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, महेश बाबू का इन परियोजनाओं से जुड़ाव लोगों के विश्वास को बढ़ाने में अहम साबित हुआ और इसी के चलते कई निवेशकों ने पैसा लगाया, जो बाद में ठगी के शिकार हो गए।
वर्तमान में महेश बाबू निर्देशक एसएस राजामौली के साथ अपनी अगली बड़ी फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हैं। इस प्रोजेक्ट में प्रियंका चोपड़ा भी मुख्य भूमिका निभा रही हैं।
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