बॉलीवुड सुपरस्टार सनी देओल ने हाल ही में ‘गदर 2’ ब्लॉकबस्टर फिल्म की है। वहीं, अभिनेता इन दिनों फिल्म की सफलता का आनंद ले रहे हैं। हाल ही में दिए इंटरव्यू में सनी ने अपनी बचपन की एक बीमारी के बारे में खुलासा किया। इसके अलावा उन्होंने अभिनेताओं के किरदारो पर शोध करने को लेकर आलोचना की।
किरदार पर शोध नहीं करते सनी
एक बातचीत के दौरान, ‘गदर- 2’ अभिनेता ने कहा वे किरदार को निभाने से पहले कोई रिसर्च नहीं करते हैं। अभिनेता ने अपने पिता का उदाहरण देते हुए कहा, ‘मेरे पिता धर्मेंद्र एक के बाद एक फिल्में करते थे। वे दो और तीन शिफ्ट में काम करके कुछ ही घंटों के लिए आराम करते थे। ऐसा करके भी मेरे पिता ने फिल्मों में अपने किरदारों को खूबसूरती से निभाया है। आज के समय में ऐसा कोई करके दिखाए। आज के अभिनेता नहीं कर सकते, क्योंकि वे फिल्म में किरदार निभाने से पहले उस पर शोध करते हैं। मुझे ये सब करना बकवास लगता है, क्योंकि ऐसा करने से समय बेकार होता है।’
अपने तरीके से निभाते हैं हर किरदार
अभिनेता ने खुद के द्वारा निभाए गए ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी के किरदार को लेकर कहा, ‘मैंने बॉर्डर फिल्म में ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी की भूमिका निभाई थी, लेकिन मैंने उनकी कॉपी नहीं की। उनके किरदार को अच्छे से समझा और अपने तरीके से निभाया। मैंने ऐसा बिल्कुल भी नहीं किया, जैसे आजकल के अभिनेता करते हैं। पहले किरदार पर शोध करते हैं कि वो कैसे चलता था, क्या करता था। मैंने ऐसा करने के जगह उनके किरदार को कई बार पढ़ा और उन्हें अपना बना लिया। इस किरदार के लिए ही नहीं हर भूमिका के लिए मेरी यही तैयारी होती है।’
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