-दिन पूर्व घर से एक लाख रुपये लेकर गया था सामान खरीदने
मथुरा।सोमवार को माल लेने के लिए मथुरा से दिल्ली गया कारोबारी जहरखुरानी गिरोह का शिकार हो गया था। शातिर करीब एक लाख की नगदी एवं मोबाइल आदि सामान लूटकर दिल्ली के शास्त्री पार्क के समीप फेंक गए थे। मंगलवार दोपहर होश आने पर राहगीर की मदद से कारोबारी ने घर के नंबर पर फोन किया और सूचना दी। कारोबारी की तलाश में दिल्ली में घूम रहे परिजन मौके पर पहुंच गए।
कस्बा सुरीर निवासी महेशचंद्र वार्ष्णेय वर्तमान में बीएसए कालेज के समीप मथुरा में रहते हैं। कारोबार के सिलसिले में सोमवार सुबह ट्रेन से दिल्ली गए थे। निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद से वह रहस्यमय रूप से गायब हो गए थे। उनका मोबाइल स्विच ऑफ आने पर परिजनों ने दिल्ली में दुकानदारों एवं जान-पहचान वालों से उनके बारे में जानकारी की थी लेकिन सभी ने उनके बारे में अनभिज्ञता व्यक्त की थी। चिंतित परिजन उनकी तलाश में सोमवार शाम दिल्ली की ओर दौड़ पड़े। निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर पुलिस एवं समीपवर्ती काले सराय खां थाने में उनके गायब होने की सूचना दी। पुलिस ने परिजनों को साथ लेकर संभावित स्थानों पर तलाश किया लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका है। रात भर तलाश के बाद परिजन मंगलवार को पुनः तलाश में जुट गए। कोई सुराग न लगने पर लापता के भाई देवेंद्र वार्ष्णेय ने सराय काले खां थाने में उनके गायब होने की रिपोर्ट गुमशुदगी के रूप में दर्ज कराई थी। मंगलवार दोपहर अचानक पत्नी सपना के मोबाइल पर एक कॉल आई जिसमें कारोबारी की आवाज थी। उन्होंने बताया कि वह जहरखुरानी गिरोह के शिकार हो गए थे। ट्रेन से उतरने के बाद गंतव्य को जाने के लिए वह एक ऑटो में बैठ गए थे। ऑटो में पहले से दो तीन लोग बैठे थे। ऑटो सवार गिरोह के सदस्यों ने उन्हें नशीला इंजेक्शन लगा दिया। अचेत होने पर उनके पास से करीब एक लाख की नगदी मोबाइल आदि सामान लूट कर उन्हें अचेतावस्था में शास्त्री पार्क के समीप सुनसान स्थान पर फेंक गए थे। जहां करीब 24 घंटे तक वह अचेतावस्था में पड़े रहे। मंगलवार दोपहर होश आने पर उन्होंने एक राहगीर की मदद से अपने घर के नंबर पर कॉल की। इसके बाद दिल्ली में तलाश करते घूम रहे परिजन मौके पर पहुंच गए। पीड़ित कारोबारी को सराय काले खां थाने ले आए। जहां कारोबारी ने अपने साथ हुई घटना की पुलिस को जानकारी दी है।
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