
यूनिक समय, नई दिल्ली। लश्कर-ए-तैयबा का सह-संस्थापक और भारत का वांछित आतंकी आमिर हमजा इस समय लाहौर के एक सैन्य अस्पताल में जिंदगी की आखिरी लड़ाई लड़ रहा है। हमजा, जो आतंकी हाफिज सईद का करीबी माना जाता है, लंबे समय से भारत और अमेरिका के निशाने पर रहा है। अब खबर है कि वह गंभीर रूप से घायल हो चुका है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आमिर हमजा को उसके घर में ही गंभीर चोटें आईं, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उसे किस तरह से चोट पहुंची। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि हमजा पर गोलियों से हमला हुआ, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
हमजा ने 2005 में बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस पर हमले की साजिश रची थी और वह 2000 के दशक में भारत में आतंक फैलाने की योजनाओं में सक्रिय रहा है। अमेरिका ने उसे 2012 में वैश्विक आतंकी घोषित किया था। वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गुजरांवाला जिले का रहने वाला है।
भारत ने उसके जैसे आतंकियों के खिलाफ कड़े कदम उठाते हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया था, जिसमें पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया था। इस कार्रवाई में कई आतंकवादी मारे गए थे, जिसके बाद पाकिस्तान की सेना ने भारत के कुछ शहरों को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया। वर्तमान में दोनों देशों के बीच संघर्षविराम पर सहमति बनी हुई है, हालांकि तनाव अब भी बरकरार है।
अब आमिर हमजा की गंभीर हालत ने एक बार फिर आतंक के खिलाफ वैश्विक रणनीति पर ध्यान केंद्रित कर दिया है।
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