
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के सुंजवां में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया। 5 अन्य घायल हुए हैं। हालांकि सुरक्षाबलों ने अलग-अलग मुठभेड़ में 5 आतंकवादियों को मार गिराया है। जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह के मुताबिक मुठभेड़ में एक जवान शहीद हुआ है। इलाके को घेर लिया गया है। मुठभेड़ चल रही है। यहां कई आतंकवादियों के एक घर में छिपे होने की आशंका है। बता दे कि 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर के दौरे पर आने वाले हैं। इससे आतंकवादी हमलों में तेजी आई है। पीएम मोदी जम्मू के पास एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे। इसमें पंचायत राज दिवस को चिह्नित करने के लिए हजारों पंचायत सदस्य शामिल होंगे। प्रधानमंत्री की रैली को देखते हुए यहां लगातार सर्चिंग जारी है। सूत्रों के मुताबिक, बठिंदी-सुंजवां हाईवे पर गाड़ियों की चेकिंग के दौरान आतंकियों ने हमला किया था।
जम्मू के चड्ढा कैंप के पास शुक्रवार सुबह करीब सवा चार बजे CISF के 15 जवानों को ड्यूटी पर ले जा रही बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में CISF के एक ASI की मौत हो गई, जबकि दो 5 घायल हो गए हैं। ये जवान सुजवां में आतंकवादियों के साथ जारी मुठभेड़ में मदद के लिए निकले थे। CISF के एक अधिकारी ने बताया कि हमले में ASI एसपी पटेल की मौत हो गई, जबकि 5 जवान गंभीर रूप से घायल हैं। जम्मू के ADGP मुकेश सिंह मानना है कि आतंकवादियों से मिले भारी गोलाबारूद से पता चलता है कि ये फिदायीन आतंकी थे। वे प्रधानमंत्री के दौरे से पहले किसी बड़े हमला की तैयारी में थे।
इससे पहले बारामूला में हुए एक एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकवादियों को मार गिराया था। इसमें लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर यूसूफ कांतरु भी शामिल था। इस एनकाउंटर में भी 3 जवान और एक आम नागरिक घायल हो गया था। मुठभेड़ में मारा गया युसुफ कांतरु बीते माह बड़गाम में एक पुलिस एसपीओ और उसके भाई की हत्या में भी शामिल था।
बता दें कि अमरनाथ यात्रा को लेकर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाइ गई है। कोरोना महामारी के चलते 2 साल बंद रही अमरनाथ यात्रा इस बार 30 जून से शुरू होगी। यह 11 अगस्त, 2022 को समाप्त होगी। 43 दिन की इस यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन चल रहे हैं। इस यात्रा को देखते हुए भी सुरक्षा इंतजाम बढ़ाए गए हैं। कश्मीर के आइजी विजय कुमार के मुताबिक आगामी बाबा अमरनाथ यात्रा के मद्देनजर सर्चिंग बढ़ा दी गई है। आशंका है कि वे यात्रा में खलल डाल सकते हैं।
इधर, सीबीआई ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा लगाए गए रिश्वत और भ्रष्टाचार के मामलों को लेकर जांच शुरू कर दी है। मलिक ने आरोप लगाया था कि जम्मू-कश्मीर में सरकारी कर्मचारियों को सामूहिक चिकित्सा बीमा योजना का ठेका देने और किरू जलविद्युत परियोजना से संबंधित 2,200 करोड़ रुपये के सिविल कार्य के लिए उन्हें रिश्वत की पेशकश की गई थी। इस संबंध में दो FIR दर्ज की गई हैं। सीबीआई ने गुरुवार को जम्मू, श्रीनगर, दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश के नोएडा, केरल के त्रिवेंद्रम और बिहार के दरभंगा में 14 स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया था।
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