- पुलिस एवं सिक्योरिटी गार्ड ने बेहोश श्रद्धालुओं को अस्पताल भेजा
- वैष्णो देवी मंदिर एवं खाटू श्याम में हुए हादसे से कोई सबक नहीं लिया
महेश वार्ष्णेय
वृंदावन। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की मध्य रात्रि को होने वाली मंगला आरती के समय भीड़ के दबाव एवं मची भगदड़ से बड़ा हादसा हो गया। हादसा होने की वजह श्रद्धालुओं का पैर पिसलना बताया गया है। इस हादसे में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। करीबआधा दर्जन श्रद्धालु घायल बताए गए हैं। इस हादसे की खबर सुनकर हर कोई हैरान रह गया। श्रद्धालुओं का कहना है कि जिला प्रशासन ने वैष्णो देवी मंदिर एवं खाटू श्याम मंदिर में मची भगदड़ से मरे श्रद्धालुओं की घटना से कोई सबक नहीं लिया।
बताया जा रहा है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर कान्हा के जन्म होने के बाद मध्य रात्रि 1.55 बजे होने वाली मंगला आरती के दर्शन करने के लिए हजारों भक्त मंदिर परिसर में पहुंच गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार श्रद्धालुओं की क्षमता से कई गुना थी। भीड़ के कारण मंदिर के आंगन में गर्मी के कारण लोगों का दम घुटने लगा। भीड़ के बीच से चीखने चिल्लाने की आवाज सुनाई देने लगी। फिर क्या भगदड़ की स्थिति बन गई। बताया जाता है कि भगदड़ में दो श्रद्धालुओं की मौत हो गई। कई लोग घायल हो गए। हादसा होते ही पुलिस और निजी सुरक्षाकर्मियों ने बेहोश हो रहे श्रद्धालुओं को मंदिर से निकालना शुरू कर दिया।
इस हादसे में घायल हुए श्रद्धालुओं को वृंदावन के राम कृष्ण मिशन चेरिटेबिल ट्रस्ट हास्पीटल ब्रज हेल्थ केयर और जिला संयुक्त चिकित्सालय भेजा गया। मंदिर प्रबंधक मुनीश कुमार एवं एसएसपी अभिषेक यादव ने लोगों के मरने की पुष्टि की है। मृतकों की शिनाख्त नोएडा सेक्टर 99 निवासी महिला निर्मला देवी पत्नी देव प्रकाश और रुक्मणि बिहार कालोनी निवासी व मूल निवासी जबलपुर के राम प्रसाद विश्वकर्मा (6 5) के रुप में की गई है। इन लोगों के मरने की खबर से साथ आए लोगों में कोहराम मच गया।
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