वृंदावन (मथुरा) संदीपन मुनि गर्ल्स कालेज में आजादी का अमृत महोत्सव अन्तर्गत आयोजित विधिक साक्षारता एवं जागरूकता अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अध्यक्षता करते हुए जिला न्यायाधीश विवेक संगल ने कहा कि सबसे बड़ा अपराध, अपराध को सहन करना है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में परिवेश में महिलाएं, पुरूषों से किसी भी स्तर पर कम नहीं हैं। देश की प्रधानमंत्री, देश की राष्ट्रपति से लेकर उच्च पदों पर महिलायें आसीन रही हैं। भविष्य में भी आसीन होती रहेंगी। कहा कि अब जुल्म सहने का वक्त खत्म हो चुका है, जहां भी उत्पीड़न दिखाई दे या उत्पीड़न हो, तो अपनी आवाज आवश्यक रूप से उठायें।
उन्होंने बालिकाओं से कहा कि यदि कोई आपको परेशान करता है, तो स्कूल में अपने अध्यापक, प्रधानाचार्य से शिकायत करें एवं पुलिस में भी उसकी रिपोर्ट दर्ज करायें। यदि पुलिस कार्यवाही नहीं करती है, तो विधिक प्राधिकरण में आकर न्याय प्राप्त कर सकती हैं। श्री संगल ने कहा कि शिक्षा एक ऐसा माध्यम है, जिससे हम अपने मस्तिष्क को जागृत कर सकते है। अच्छा पढ़ लिखकर अपना परिवार एवं समाज का नाम रोशन कर सकते हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सोनिका वर्मा ने बालिकाओ को शिक्षित बनने एवं प्रत्येक क्षेत्र में अपना योगदान देने का आह्वान किया।
स्थायी लोक अदालत की सदस्य प्रतिभा शर्मा ने आभार जताया। कार्यक्रम में अपर जिला जज एवं नोडल अधिकारी देवकान्त शुक्ला, मुख्य न्यायिक मजिस्टेज्ट राकेश सिंह के साथ पदमनाथ गोस्वामी, नरेन्द्र अग्रवाल, डॉ. अनीता गुप्ता, ममता शर्मा, सोनिया पीयू दास, अरविन्द चावला एवं निगुर्णा देवी आदि ने भाग लिया।
Leave a Reply