चाय पर चर्चाओं की राजनीति गर्मा गई, चलो खड़गे के बहाने चाय पर चर्चा करते हैं !

नई दिल्ली  बात 2014 से शुरू होती है, जब चाय की चर्चाओं से राजनीति गर्मा गई थी। तब देशभर में भाजपा ने चौपालों पर ‘चाय पर चर्चा’ कैम्पेन शुरू किया था। अब गुजरात विधानसभा चुनाव में फिर चाय पर चर्चा छिड़ गई है। हुआ यूं कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए अपनी कथित तकलीफ बयां की। गुजरात में प्रचार के लिए पहुंचे खड़गे ने को सूरत की रैली में खुद को अछूत और प्रधानमंत्री को झूठों का सरदार बताते हुए कहा- प्रधानमंत्री खुद को गरीब कहते हैं, लेकिन मुझसे बड़ा गरीब कौन होगा, मैं तो अछूत हूं।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के ही शब्दों में जानिए-“आपके जैसा आदमी, जो हमेशा क्लेम करते हैं, मैं गरीब हूं। अरे भाई, हम भी गरीब हैं। हम तो गरीब से गरीब हैं। हम तो अछूतों में आते हैं। कम से कम तुम्हारी चाय तो कोई पीता है, मेरी चाय भी नहीं पीता कोई। और फिर आप बोलते हैं- मैं गरीब हूं। मेरे को किसी ने गालियां दीं, मेरी तो हैसियत क्या है।”

हालांकि इस पर असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने अहमदाबाद में जवाब दिया-“खड़गे जी बोल रहे हैं कि कोई उनके साथ चाय नहीं पीता है। हो सकता है कि राहुल जी अब तक उनके साथ चाय नहीं पीते। खड़गे जी के इस बयान पर राहुल जी को एक ट्वीट करना चाहिए, जिसमें वे खड़गे जी के साथ चाय पी रहे हों। ये बहुत जरूरी है।”

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*