राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निरीक्षण में मामले का खुलासा
मध्य प्रदेश के विदिशा में चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के तीन स्कूलों में मजार का निर्माण शुरू कर दिया गया। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के निरीक्षण के दौरान यह मामला सामने आने के बाद शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने शुक्रवार को सीएम राइज स्कूल की प्रिंसिपल को निलंबित कर दिया है। साथ ही जांच के आदेश दिए हैं।
परमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच के अनुसार, एक चबूतरे पर मजार नुमा कुछ ढांचा बना है। पूर्ण रूप से मजार का दृश्य तो नहीं लगता है। फिर भी इस प्रकार का ढांचा बनाने की आवश्यकता नहीं थी। स्कूल बनने के बाद उस भवन में कहीं भी इस प्रकार का ढांचे बन रहा है या बनेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई करेंगे।
विदिशा जिले की कुरवाई तहसील के सीएम राइज स्कूल में स्कूल की प्राचार्या साइना फिरदौस द्वारा मजार जैसी संरचना का निर्माण कराया गया था। बाद में इसकी शिकायत भोपाल शिक्षा बोर्ड से की गई और उसके बाद विदिशा जिला शिक्षा विभाग को जांच के निर्देश दिए गए। विदिशा जिला शिक्षा अधिकारी अतुल मौदगिल ने मामले की जांच की और शिकायत को सही पाया और रिपोर्ट दर्ज की जिसके बाद प्राचार्य का तबादला कर दिया गया। हालांकि, सीएम राइज स्कूल के चपरासी और सुरक्षा गार्डों ने बताया कि विवादित स्थल पर पहले से ही पुराना ढांचा था। पूर्व प्राचार्य ने ही उसकी मरम्मत की थी।
आयोग का दावा
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने कहा कि वह संबंधित मंत्रालयों को एक रिपोर्ट सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि हमें पता चला कि पूर्व प्रधानाचार्य ने स्कूल में ही नमाज पढ़ने के लिए एक कमरा आरक्षित किया था और यह सीएम राइज स्कूल तक ही सीमित नहीं है, बल्कि अन्य स्कूलों में भी है। हमने वहां के स्कूलों का दौरा किया और तीनों स्कूलों में मजार देखी गईं।
परामर्श की जरूरत
कानूनगो ने यह भी दावा किया कि यह पता चला है कि शिक्षा अधिकारी को दी गई रिपोर्ट में केवल 15 अगस्त और 26 जनवरी को राष्ट्रगान गाया जाता है। इसके विपरीत, मध्य प्रदेश सरकार के नियमों के अनुसार राष्ट्रगान कभी नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि छात्र विशेषकर लड़कियां जो नमाज अदा करने के लिए अलग कमरे की मांग कर रही हैं। उन्हें परामर्श देने की आवश्यकता है।
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