नई दिल्ली। बजट सत्र का दूसरा चरण आज से शुरू होने वाला है। केंद्र सरकार की प्राथमिकता इस दौरान वित्त विधेयक पारित कराना है। वहीं, विपक्ष की ओर से बीजेपी विरोधी दलों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई और अदाणी समूह पर लगे आरोपों को सदन में उठाने की योजना बनाई गई है। इसके चलते सत्र के इस हिस्से के भी हंगामेदार होने की संभावना है।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे सरकार को जवाबदेह बनाने में एक रचनात्मक भूमिका निभाना चाहते हैं। उन्होंने देश के सामने आए हर ज्वलंत मुद्दे पर सदन में चर्चा की मांग की। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने रविवार को हुई बैठक में सदन में हंगामा रोकने के तरीकों पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के विचार मांगे थे।
विपक्ष द्वारा ईडी और सीबीआई की कार्रवाई का मुद्दा सदन में उठाया जाएगा। विपक्ष का आरोप है कि बीजेपी विरोधी दलों के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। हिंडनबर्ग-अदाणी मुद्दे पर विपक्ष ने बजट सत्र के पहले हिस्से में जमकर विरोध किया था। सत्र के दूसरे हिस्से में भी विपक्ष द्वारा यह मुद्दा उठाया जाएगा।
लोकसभा में कांग्रेस के सचेतक मणिकम टैगोर ने कहा कि उनकी पार्टी चाहती है कि विपक्ष एकजुट रुख अपनाए। मणिकम टैगोर ने कहा, “हम लोगों के मुद्दों, एलपीजी की कीमतों में हुई वृद्धि, अदाणी, केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, किसानों के मुद्दों और राज्यपालों के हस्तक्षेप को उठाना जारी रखेंगे। हम सभी समान विचारधारा वाले दलों के साथ काम करना जारी रखेंगे। हम चाहते हैं कि विपक्ष एकजुट हो।”
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