डॉन मुख्तार अंसारी की मौत का असली सच सामने आ गया है। उसकी विसरा रिपोर्ट आई है, जिसमें उसकी मौत होने के कारणों का खुलासा हुआ है। विसरा रिपोर्ट के अनुसार, मुख्तार अंसारी की मौत जहर के कारण नहीं हुई। उसके विसरा में जहर का एक भी कण नहीं मिला। गत 28 मार्च 2024 को डॉन मुख्तार अंसारी की मौत उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में हुई थी।
VIDEO | Burial rituals of #MukhtarAnsari being performed at Kali Bagh cemetery in Ghazipur's Mohammadabad. Mukhtar Ansari's son Umar Ansari performs the rituals.
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— Press Trust of India (@PTI_News) March 30, 2024
मुख्तार अंसारी को बेहोशी की हालत में बांदा के ही रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। मुख्तार अंसारी के परिजनों ने उत्तर प्रदेश पुलिस पर उसे धीमा जहर देकर मारने के आरोप लगाए थे, जबकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत की पुष्टि हुई थी, लेकिन पुलिस ने मुख्तार अंसारी का विसरा जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा, जिसकी रिपोर्ट रिलीज हुई है।
बता दें कि 28 मार्च की सुबह डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हुई थी। अगले दिन 5 घंटे चले पोस्टमार्टम के बाद उसकी पार्थिव देह उसके बेटे उमर अंसारी को सौंप दिया गया था। 30 मार्च को गाजीपुर में ही उसके घर फाटक से करीब डेढ़ किलोमीटर दूर काली बाग कब्रिस्तान में दफना दिया गया था। मुख्तार के जनाजे में जहां उसका छोटा बेटा उमर अंसारी और भाई सांसद अफजाल अंसारी मौजूद रहा।
#MukhtarAnsari अमर रहे', जनाजे में लगे नारे; सुनकर भड़की पुलिस की चेतावनी- वीडियो बनवाई, कार्रवाई करेंगे #ghazipurup pic.twitter.com/HZ5a4a8eUw
— Khushbu Goyal (@kgoyal466) March 30, 2024
वहीं हजारों की संख्या में मुख्तार अंसारी के समर्थक भी उमड़े। इतनी भीड़ रही कि पुलिस वालों को लोगों को संभालने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। ईद वाले दिन 11 अप्रैल को मुख्तार अंसारी का फातिया पढ़ा गया, जिसमें शामिल होने के लिए जेल से मुख्तार का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी आया। इसके लिए उसे सुप्रीम कोर्ट से पैरोल मिली थी। करीब 3 दिन डॉन मुख्तार अंसारी काफी सुर्खियों में रहा।
बता दें कि मुख्तार अंसारी का पोस्टमार्टम 5 डॉक्टरों के पैनल ने किया था। रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि मुख्तार की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई। उसके दिल में खून के थक्के जम गए थे। वह पहले से दिल का मरीज था। इसके अलावा उसे शुगर और स्किन की एलर्जी थी। वह डिप्रेशन का मरीज भी रह चुका था।
उसके सांसद भाई अफजाल अंसारी ने दावा किया था कि उसे धीमा जहर देकर मारा गया। कुछ लोगों को बचाने के लिए से ठिकाने लगाया गया। आखिरी पलों में मुलाकात के समय मुख्तार ने उन्हें बताया था कि उसे कई दिन से जहर दिया जा रहा था। अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने की खबर मिली और फिर अचानक उसकी मौत भी हो गई। परिजनों को उसके बारे में अस्पताल ले जाने के बाद बताया गया।
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