यूनिक समय, मथुरा। लखनऊ के केंद्रीय विद्यालय की एक टीचर दिल्ली से वृंदावन बांके बिहारी के दर्शन करने के लिए आई थी। दर्शन करने के बाद सोमवार की सायं ई-रिक्शा से मथुरा लौटते समय उसका बैग ई-रिक्शा में रह गया। इस बात का पता लगने पर उसके होश उड़ गए। ट्रैफिक पुलिस से शिकायत करने पर पुलिस ने एक घंटे कड़ी मशक्कत के बाद महिला का बैग बरामद कर उसे सौंप दिया। बैग में एक लाख रुपये मूल्य के जेवरात थे। बैग बरामद होने पर महिला ने पुलिस की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
लखनऊ के केंद्रीय विद्यालय की टीचर राजन रविवार को मथुरा भ्रमण करने के लिए रविवार को आई थी। सोमवार को वृंदावन में बांके बिहारी के दर्शन किए। इस दौरान उन्होंने अपना सामान और जरूरी कागजात एक बैग में रख लिए। दर्शन करने के बाद देर शाम राजन वृंदावन से ई-रिक्शा में सवार होकर मथुरा रवाना हो गई। जैसे ही वह स्टेट बैंक चौराहे पर उतरी तो उसका बैग ई- रिक्शा में छूट गया। उसके उतरने के बाद ई-रिक्शा वहां से चला गया। इसके बाद राजन को ध्यान आया कि बैग ई-रिक्शा में छूट गया। इस पर महिला के होश उड़ गए।
महिला बैग की तलाश में इधर-उधर बदहवास घूम रही थी। जब वहां तैनात ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने उसे देखा तो उनसे समस्या के बारे में पूछा। इस पर राजन ने बैग गुम होने की जानकारी पुलिस को दी। इस पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने उसे सांत्वना दी और बैग तलाशने का आश्वासन दिया। ट्रैफिक पुलिस ने बैग की जानकारी करने के बाद ई-रिक्शा की तलाश शुरू कर दी।
ट्रैफिक पुलिस ने करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत के बाद ई-रिक्शा को तलाश कर लिया। उसमें बैग रखा मिला। तब तक ई-रिक्शा चालक की नजर भी बैग पर नहीं गई थी। ट्रैफिक पुलिस कर्मियों ने महिला के सामने बैग खोलकर देखा तो उसमें सभी समान सुरक्षित रखा हुआ मिला। राजन ने अपना बैग सुरक्षित मिलने पर ट्रैफिक पुलिस कर्मियों का धन्यवाद दिया।
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