
यूनिक समय, मथुरा। महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृंदावन के राजकीय कृष्णा कुटीर महिला आश्रय सदन में निवास कर रही निराश्रित एवं वृद्ध महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में किए जा रहे प्रयास अब रंग ला रहे हैं। सिलाई और पैकिंग डिजाइनिंग प्रशिक्षण की सफलता को देखते हुए अप्रैल 2025 से कंठी माला और ठाकुरजी के वस्त्र बनाने का नया प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।
320 वृद्ध महिलाएं पा रही हैं लाभ
जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास चंद्र ने बताया कि सुनरख बांगर (वृंदावन) स्थित इस आश्रय सदन की क्षमता 1,000 महिलाओं की है और यह राज्य व केंद्र सरकार के सहयोग से संचालित हो रहा है। वर्तमान में यहां 33 से 60 वर्ष की 320 वृद्ध महिलाएं रह रही हैं, जिन्हें मुफ्त भोजन, चिकित्सा सुविधा, दवाइयां, कपड़े, पलंग और पेंशन दी जाती है। इस आश्रय गृह का संचालन सार्वजनिक शिक्षोनयन संस्थान, हरदोई द्वारा किया जा रहा है, जो इन महिलाओं की देखभाल भी कर रही है।
सरकार देगी व्यवसाय शुरू करने में सहयोग
महिला कल्याण विभाग द्वारा कागज से डिज़ाइनिंग गिफ्ट पैक और सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण पहले ही दिया जा चुका है। प्रशिक्षण पूर्ण होने पर सरकार द्वारा महिलाओं को अपना व्यवसाय शुरू करने के लिए आर्थिक सहायता भी दी जाएगी।
ब्रज क्षेत्र में कंठी माला और ठाकुरजी के वस्त्रों की मांग
अप्रैल 2025 से शुरू होने वाले कंठी माला और ठाकुरजी के वस्त्र निर्माण प्रशिक्षण को लेकर विशेष तैयारियां की जा रही हैं, क्योंकि ब्रज क्षेत्र में इस कार्य से अच्छी आय हो सकती है। यह पहल इन निराश्रित महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
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