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यूनिक समय, नई दिल्ली। वक्फ बिल पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में शुक्रवार को जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों के हंगामे के बाद समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बनर्जी ने उनके खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया और गाली दी। इस घटनाक्रम के बाद कई विपक्षी सांसदों को बैठक से निलंबित कर दिया गया।
क्या हुआ जेपीसी की बैठक में?
हंगामा: वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान विपक्षी सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया।
निलंबन: हंगामे के बाद भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के प्रस्ताव पर कई विपक्षी सांसदों को बैठक से निलंबित कर दिया गया।
आरोप: समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल ने टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी पर आरोप लगाया कि उन्होंने उनके खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया और गाली दी।
विपक्ष का आरोप: विपक्ष ने जेपीसी बैठक के लिए नोटिस का विषय बदलने का आरोप लगाया।
समिति के अध्यक्ष जगदंबिका पाल के अनुसार, विपक्षी सांसदों ने बैठक में हंगामा किया और समिति की कार्यवाही में बाधा डाली। उन्होंने कहा कि टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने उनके खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया और गाली दी। इस कारण उन्हें और अन्य विपक्षी सांसदों को बैठक से निलंबित कर दिया गया। विपक्ष का आरोप है कि सरकार वक्फ संशोधन विधेयक को जल्दबाजी में पास करवाना चाहती है और इसीलिए जेपीसी की बैठक में हंगामा करवाया गया। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि सरकार ने जेपीसी बैठक के लिए नोटिस का विषय बिना किसी सूचना के बदल दिया।
वक्फ बिल का उद्देश्य वक्फ बोर्डों की कार्यप्रणाली को अधिक पारदर्शी और जवाबदेह बनाना है। विपक्ष का कहना है कि यह विधेयक मुस्लिम समुदाय के धार्मिक अधिकारों का हनन करता है। जेपीसी की अगली बैठक 27 जनवरी को होगी और 29 जनवरी को स्पीकर को रिपोर्ट सौंपी जाएगी।
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