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नागरिकता संशोधन बिल को भारतीय जनता पार्टी ने दोनों ही सदनों से पास करवा लिया और कामयाबी हासिल कर ली। ये बिल लोकसभा में सोमवार को पास हो गया था लेकिन राज्यसभा में बहुमत न होने की वजह से पार्टी के सामने बड़ी चुनौती थी। बीजेपी ने इस चुनौती पर पार पाते हुए बड़ी कामयाबी हासिल कर ली और बिल पास करवा लिया। हालांकि बिल पास होते ही भाजपा को करारा झटका लग गया है। पार्टी के लिए बुरी खबर आ गई है।
लोकसभा में 311 तो राज्यसभा में 125 सांसदों का समर्थन
नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के आंकड़े पर गौर करें तो लोकसभा में इस बिल के समर्थन में 311 सांसद थे। वहीं 80 सांसदों ने इस बिल का विरोध किया था। वहां से पास होने के बाद जब ये बिल राज्यसभा में आया तो यहां भी 125 सांसदों ने इस बिल का समर्थन कर दिया जबकि 105 सांसद ही इसके विरोध में आए। इसके बाद ये बिल राज्यसभा से भी पास हो गया। शिवसेना की बात करें तो पार्टी ने बड़ा दांव चलते हुए सदन से वॉक आउट कर दिया। इसके बाद भाजपा को मदद मिल गई।
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जानें भाजपा के लिए आई कौन सी बुरी खबर
नागरिकता संशोधन बिल पास करवाना भाजपा के लिए महंगा पड़ गया है। पार्टी के लिए बुरी खबर आ गई है। भारतीय जनता पार्टी के असम के बड़े नेता जतिन बोरा ने बिल के विरोध में पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आठ दिसंबर को अभिनेता और डायरेक्टर जतिन बोरा को इस बिल का विरोध कर रहे लोगों ने तेजपुर में बुरा भला भी कहा था। गुरुवार को बोरा ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया। इससे पहले मशहूर अभिनेता रवि सरमा ने भी बिल के विरोध में पार्टी छोड़ दी थी।
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