यूनिक समय, नई दिल्ली। आज सोमवार को पूरे उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारी काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। पूर्वांचल और दक्षिणांचल विद्युत निगमों को प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप के तहत संचालित करने के लिए ट्रांजेक्शन एडवाइजर (टीए) की नियुक्ति के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि रविवार को गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार समेत विभिन्न इलाकों की कॉलोनियों और अपार्टमेंट में जनसंपर्क अभियान चलाया गया। पदाधिकारियों ने आरडब्ल्यूए से मुलाकात कर निजीकरण से हो रहे नुकसान की जानकारी दी। सभी ने आश्वासन दिया कि निजीकरण के विरोध में वे बिजली कर्मचारियों का साथ देंगे। इसके तहत आज सोमवार को पूरे दिन सभी ऊर्जा निगमों के बिजली कर्मचारी, संविदा कर्मचारी और अभियंता काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। लखनऊ समेत सभी जिलों, परियोजनाओं में विरोध सभाएं की जाएंगी। शाम पांच बजे शक्ति भवन में विरोध सभा होगी।
उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर पावर कॉरपोरेशन में ट्रांजेक्शन एडवाइजर (टीए) की नियुक्ति प्रक्रिया की जांच की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि एनर्जी टास्क फोर्स की विश्वसनीयता पूरी तरह खत्म हो चुकी है, इसलिए उसके किसी भी प्रस्ताव पर कोई कार्रवाई न की जाए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह मामला सीएजी ऑडिट का बड़ा मुद्दा बनेगा।
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