Shani Pradosh Vrat 2020: हिंदू पंचांग के अनुसार आज शनि प्रदोष व्रत है। हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का खास महत्व बताया जाता है। आज 18 जुलाई 2020, शनिवार को श्रावण का पहला प्रदोष व्रत है। आज के दिन शनि भगवान की पूजा होती है। प्रत्येक पक्ष की त्रयोदशी के व्रत को प्रदोष व्रत कहते हैं। शनि देव को काला तिल, काला वस्त्र, तेल, उड़द की दाल बहुत प्रिय है। माना जाता है कि आज के दिन भगवान शनि देव को ये चीजें अर्पित करने से वो भक्तों पर जल्दी प्रसन्न होते हैं। आइए जानते हैं शनि देव को प्रसन्न करना हो तो आज के दिन कैसे करें उनकी पूजा।
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शनि प्रदोष व्रत की पूजा का शुभ मुहूर्त-
सावन माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ 17 जुलाई को देर रात 12 बजकर 33 मिनट से हो रहा है, जो 18 जुलाई की देर रात 12 बजकर 41 मिनट तक रहेगा। प्रदोष व्रत की पूजा हमेशा सूर्यास्त के बाद होती है। ऐसे में इस बार शनि प्रदोष की पूजा शाम 07 बजकर 20 मिनट से रात 09 बजकर 23 मिनट तक की जा सकती है। प्रदोष पूजा के लिए कुल 2 घंटे 03 मिनट का समय मिल रहा है।
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शनि देव को प्रसन्न करना हो तो ऐसे करें प्रदोष व्रत पूजा-
शनि प्रदोष व्रत के दिन शनि भगवान की पूजा करने का विधान बताया जाता है। आज के दिन काला तिल, काला वस्त्र, तेल, उड़द शनि को अर्पित किए जाते हैं। माना जाता है कि यह सब चीजें शनि देव को बेहद प्रिय हैं। यही वजह है कि आज के खास दिन इन सब चीजों से शनि की पूजा होती है। यह व्रत खास तौर पर शनि की दशा को दूर करने के लिए किया जाता है। इस दिन शनि स्त्रोत का पाठ करने से विशेष लाभ मिलता है। मान्यता है कि यह व्रत करने से पुत्र की प्राप्ति होती है। इस दिन यदि शनि से संबंधित कुछ विशेष उपाय किए जाएं तो दुर्भाग्य भी दूर होता है। इस दिन बिना जल पिए व्रत रखा जाता है।
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-इस दिन बूंदी के लड्डू यदि काली गाय को खिलाएंगे तो भाग्योदय होगा। इसके साथ ही काले कुत्ते को तेल से चुपड़ी हुई रोटी खिलानी चाहिए।
-शनि प्रदोष के दिन कम से कम एक माला शनि मंत्र का जाप करना चाहिए। जाप के दौरान उच्चारण शुद्ध रहना चाहिए।
-गरीब को तेल में बने खाद्य पदार्थ खिलाएं।
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