
यूनिक समय, नई दिल्ली। आज गंगा सप्तमी का विशेष दिन है। गंगा सप्तमी को गंगा पूजन और गंगा जयंती के नाम से भी जाना जाता है। यह पर्व हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार गंगा सप्तमी 3 मई 2025 यानी आज मनाई जा रही है। गंगा सप्तमी पर मां गंगा की पूजा और गंगा स्नान का विधान है। गंगा जयंती के दिन दान-पुण्य और गंगा स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार आज सुबह 07:51 बजे से सप्तमी तिथि शुरू हो गई है, जो 04 मई 2025 को सुबह 07:18 बजे समाप्त होगी।
आज गंगा सप्तमी पर इन शुभ मुहूर्त में करें स्नान, दान और पूजा
- गंगा जयंती मध्याह्न मुहूर्त- 10:58 से 13:38 तक
- अवधि – 02 घंटे 40 मिनट
- अभिजीत मुहूर्त 11:52 से 12:45 तक
- विजय मुहूर्त 14:31 से 15:25 तक
- गोधूलि मुहूर्त 18:56 से 19:18 तक
- अमृत काल 10:13 से 11:47 तक
- त्रिपुष्कर योग 07:51 से 12:34 तक
चौघड़िया मुहूर्त
- शुभ – श्रेष्ठ 07:19 से 08:58 तक
- परिवर्तन- सामान्य 12:18 से 13:58 तक
- लाभ – उन्नति 13:58 से 15:38 तक
- अमृत - सर्वश्रेष्ठ 15:38 से 17:18
- लाभ – उन्नति 18:58 से 20:18
- शुभ – उत्तम 21:38 से 22:58
- अमृत – श्रेष्ठ 22:58 से 00:18, मई 04
- चर – सामान्य 00:18 से 01:38, मई 04
पूजा-विधि
- पानी में गंगा जल मिलाकर स्नान करें या गंगा में स्नान करें
- भगवान गणेश से प्रार्थना करें
- सभी देवी-देवताओं का गंगा जल से अभिषेक करें
- अब चंदन, फल, धूप और फूल चढ़ाएं
- मंदिर में घी का दीपक जलाएं और मां गंगा का ध्यान करें
- श्री गंगा चालीसा का पाठ करें
- पूरी श्रद्धा से गंगा जी की आरती करें
- भोग लगाएं
- अंत में क्षमा प्रार्थना करें
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कर्ज से मुक्ति के लिए गंगा जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करें । नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने के लिए गंगाजल में कपूर मिलाकर पूरे घर में छिड़कें। पितृ दोष से मुक्ति के लिए गंगा तट पर पितरों के नाम पर तर्पण करें। सुख-समृद्धि के लिए ब्राह्मण या जरूरतमंद को अनाज, तिल और कपड़े दान करें।
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