नई दिल्ली। लगातार वाहनों के भारी चालान की वजह से ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन ने गुरुवार को हड़ताल की घोषणा की है। एक दिन का यह हड़ताल नए मोटर वाहन कानून-2019 ) के प्रावधानों के खिलाफ है। इस हड़ताल के चलते दिल्ली-एनसीआर में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि इस हड़ताल में 25 हजार ट्रक, 35 हजार आटो, 50 हजार के करीब टैक्सी व कैब के साथ स्कूल बसें और स्कूल कैब भी शामिल होंगी। हालांकि, इस हड़ताल से दिल्ली-एनसीआर में लोगो के लिए मेट्रो की सुविधा पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा।
नए मोटर व्हीकल एक्ट का देश के कई राज्यों में भी विरोध
भारी चालान के चलते नए मोटर व्हीकल एक्ट का देश के कई राज्यों में भी विरोध हो रहा है। वहीं राज्य सरकारें भी इसे पूरी तरह से लागू करने से हिचक रही हैं। हड़ताल करने वाले संगठन यूएफटीए में ट्रक, बस, ऑटो, टेम्पो, मेक्सी कैब और टैक्सियों का दिल्ली/एनसीआर में प्रतिनिधित्व करने वाले 41 यूनियन और संघ शामिल हैं।
बढ़े चालान से लोगो को आपत्ति
केंद्र सरकार द्वारा बढ़ाई गई ट्रैफिक चालान से राज्य सरकार में कोहराम पहले से मचा है। लोगों की आपत्ति है कि चालान की दरों के हिसाब से न तो सड़कें हैं और न ही लोगो की आय। इसलिए केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए नए ट्रैफिक नियमों का विरोध हो रहा है।
हड़ताल के कारण कई लोगों को अपने बच्चों के स्कूलों से संदेश मिला है कि गुरुवार को स्कूल बंद रहेंगे। क्योंकि बच्चे स्कूल जाने के लिए जिन वाहनों का इस्तेमाल करते है वे आज हड़ताल पर रहेंगे।
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