मथुरा। वृक्ष, पेड़-पौधे व मानव एक दूसरे के पूरक हैं। दोनों का जीवन एक दूसरे के बगैर संभव नहीं है। ये उद्गार उत्तर प्रदेश पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विज्ञान विवि एवं गो अनुसंधान संस्थान के कुलपति प्रो. डा. एके श्रीवास्तव ने व्यक्त किए।
वे विवि प्रांगण में नक्षत्र वाटिका के स्थापना कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि पर्यावरण को स्वच्छ, शुद्ध रखने के लिए पौध रोपण बहुत जरुरी है। हर इंसान को अपने जीवन में कम से एक पौधे को वट वृक्ष के रुप में तैयार जरुर करना चाहिए। क्योंकि एक वृक्ष दस पुत्रों के समान माना जाता है। पौध रोपण और उनकी देखरेख हमारे जीवन का हिस्सा होना चाहिए। स्थापित की गई नक्षत्र वाटिका को नवगृहों के अनुसार वृक्षारोपण किया गया है। वाटिका का मूल्याकंन आदि की जिम्मेदारी भी अधिकारियों और कर्मचारियों को सौंपी गई।
निदेशक प्रसार डा. सर्वजीत यादव ने कहा विवि में स्थापित की गई नक्षत्र वाटिका एक दिन वट वृक्षों के रुप विकसित होगी। जिसका लाभ पूरे विवि को नहीं बल्कि यहां आने वाले हर इंसान को जरुर मिलेगा। स्वदेशी समाज सेवा समिति के कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. अजब सिंह, प्रबंधक विवेक यादव व इंजीनियर हितेन्द्र आदि ने संयुक्त रुप से कहा कि यह नक्षत्र वाटिका नवगृहों के अनुसार स्थापित की जा रही है। इस अवसर पर भूदृश्य अधिकारी डा. बृजमोहन, विवेक यादव, इंजीनियर हितेन्द्र आदि उपस्थित थे।
Leave a Reply