
यूनिक समय, नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में शुरू हुए प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था, जिसमें खास तौर पर हिंदू समुदाय को निशाना बनाया गया। इस हिंसा में कई लोगों की मौत हो गई और अनेक घायल हुए, जिसके चलते कई परिवारों को सुरक्षा के मद्देनजर अपना घर छोड़ना पड़ा।
अब इस मामले में खुफिया एजेंसियों की एक रिपोर्ट से सनसनीखेज खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, इस हिंसा के पीछे बांग्लादेश के दो आतंकी संगठनों – जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (JMB) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) – के सदस्यों का हाथ था। सूत्रों के अनुसार, इन संगठनों के कुछ सदस्य मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में शामिल थे और उन्हें स्थानीय राजनीतिक दल से जुड़े कुछ नेताओं का समर्थन भी प्राप्त था।
घटना के बाद सुती, जंगीपुर, धुलियान और शमशेरगंज जैसे इलाकों में भारी हिंसा देखी गई, जिसमें कई घरों और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। इसके बाद हालात काबू में लाने के लिए BSF, CRPF, राज्य पुलिस और RAF के जवानों की तैनाती की गई।
इस बीच पाकिस्तान और बांग्लादेश के रिश्तों में भी एक बार फिर नजदीकी देखने को मिल रही है। करीब 15 साल बाद, दोनों देशों के बीच विदेश सचिव स्तर की बैठक ढाका में होने जा रही है।
इस घटनाक्रम से यह साफ है कि मुर्शिदाबाद की हिंसा केवल एक स्थानीय घटना नहीं थी, बल्कि इसके तार अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों और पड़ोसी देशों की राजनीतिक गतिविधियों से जुड़े हो सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियां इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही हैं और सीमा पर निगरानी भी बढ़ा दी गई है, ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ रोकी जा सके।
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