राजधानी लखनऊ के सरोजनीनगर में अमौसी एयरपोर्ट बाउंड्रीवाल के पीछे रहीमाबाद गांव में अवैध खनन से हुए गहरे गड्ढे में पानी भरा था। नहाने गए दो छात्र उसमें डूब गए जिन्हें बचाया नहीं जा सका। घटना से बच्चों के परिजनों में कोहराम मच गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व खनन हुआ था। उसी से इतना पड़ा तालाब बन गया था। जागरण टीम, लखनऊ। मनमानी तरह से हो रहा अवैध खनन दो मासूमों की मौत का कारण बन गया। खनन से हुए गहरे गड्ढे में पानी भरा था और नहाने गए दो छात्र उसमें डूब गए, जिन्हें बचाया नहीं जा सका। यह दर्दनाक घटना सरोजनीनगर में अमौसी एयरपोर्ट बाउंड्रीवाल के पीछे रहीमाबाद गांव में हुई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ को सूचना दी, लेकिन करीब तीन घंटे बाद पहुंची एसडीआरएफ की टीम ने रात होने की वजह से रेस्क्यू करने से इनकार कर दिया। टीम के मना करने के बाद मौके पर ग्रामीणों ने पुलिस और एसडीआरएफ टीम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। उसके बाद करीब नौ बजे कृष्णानगर निवासी रामदास पुर निवासी गोताखोर संजय ने गड्ढे में भरे पानी में छलांग लगा दी और करीब 15 मिनट में ही दोनों शवों को बाहर निकाल लिया। पुलिस ने बताया कि घटना में पास के ही मुरलीनगर निवासी दुर्गेश और विष्णुनगर निवासी मानस की मौत हुई है।
जांच में सामने आया कि दुर्गेश, मानस अपने एक अन्य दोस्त के साथ चार बजे कोचिंग से लौट रहा था। रहीमाबाद गांव के पंचकुटी इलाके में पहुंचे तो सभी तालाब देख रुक गए। इसके बाद तीनों नहाने के लिए तालाब में उतर गए। इस दौरान दुर्गेश और मानस गहरे पानी में चले गए। वहीं उनका दोस्त तैरकर बाहर आया। वह दोनों के घर पहुंचा पूरी बात बताई। इसके बाद सभी पुलिस के साथ सभी लोग मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व खनन हुआ था। उसी से इतना बड़ा तालाब बन गया था।
Leave a Reply