नई दिल्ली। मां कभी कुमाता नहीं हो सकती। मगर मध्य प्रदेश की इस महिला को देखकर आप शायद अंदाजा नहीं लगा पाएं कि यह कितनी क्रूर होगी। इस कलयुगी मां ने सुख-सुविधा और ऐशो-आराम का सामान खरीदने के लिए अपने 15 दिन के मासूम कलेजे के टुकड़े को दूसरे को बेच दिया। जो पैसे मिले उससे फ्रीज, कूलर, टीवी, वाशिंग मशीन, बाइक और न जाने क्या-क्या खरीद लिया।
यह शर्मनाक और हैरान करने वाला मामला मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के हीरानगर थाने का है। पुलिस के अनुसार, इंदौर के गौरी नगर क्षेत्र में अंतर सिंह उर्फ विशाल और शायना बी ने शादी की। यह उनकी दूसरी शादी थी। विशाल मजदूर है, जबकि शाइना घर का कामकाज करती है। शाइना जब प्रेग्नेंट हुई तो उसे शक हुआ कि कहीं यह बच्चा उसके पहले पति का तो नहीं है। ऐसे में उसने गर्भ में रहते ही बच्चे को बेचने का मन बना लिया था।
शाइना जिस घर में किराए पर रहती थी, वह नेहा सूर्यवंशी का घर है। शाइना ने बच्चे को बेचने के लिए नेहा से बात की। नेहा ने इंदौर के भागीरथपुरा में रहने वाली दलाल किस्म की कुछ महिलाओं, जिनमें पूजा वर्मा, नेहा वर्मा और नीलम वर्मा शामिल हैं, की मदद ली। इन तीनों ने देवास की लीना नाम की महिला से परिचय कराया। लीना को ही बच्चा चाहिए था। शाइना को जब बच्चा पैदा हुआ तो वह दिन बाद लीना से मिली और दलाल महिलाओं के जरिए उसे लीना तक पहुंचा दिया।
इंदौर में हीरानगर थाने के एसएचओ सतीश पटेल के अनुसार, शाइना के बच्चे का सौदा साढ़े पांच लाख रुपए में हुआ था। इसमें सभी महिलाओं ने अपना-अपना हिस्सा लिया। इसके बाद शाइना को उसके हिस्से का दो लाख 70 हजार रुपए पकड़ा दिया गया। शाइना और विशाल ने इस बच्चे को बेचकर ऐशो-आराम के सामान खरीदने की प्लानिंग की। उन्होंने फ्रीज, कूलर, टीवी, वाशिंग मशीन और बाइक आदि खरीद लिए। जब इस बात की जानकारी एक शख्स को लगी, तो उसने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने अपने स्तर पर जांच-पड़ताल की। मामला सही मिला तो सबसे पहले बच्चे की सकुशल बरामदगी की। इसके बाद अब तक कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि मामला कहीं चाइल्ड ट्रेफिंकिंग का ताे नहीं है।
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