उत्तरकाशी में राहत कार्य में लगा एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है. इस दुर्घटना में पायटल समेत तीन लोगों की मौत हो गई है. हेलिकॉप्टर में पायलट और को-पायलट के अलावा एक एसडीआरएफ का स्थानीय जवान भी सवार था. क्रैश हुआ हैलिकॉप्टर हैरिटेज एविएशन का था, जिसे राहत और बचाव कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था. बताया जा रहा है कि बिजली के तारों में उलझकर यह हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ है. अपुष्ट ख़बरों के अनुसार, क्रैश होने के बाद हेलिकॉप्टर में ब्लास्ट भी हुआ. अब रेस्क्यू हेलीकॉप्टर टिकोची में उतरेगा और यहां से राहत दल मोलड़ी जाएगा.
सामान उतारकर लौट रहा था हेलिकॉप्टर
उत्तरकाशी के ज़िलाधिकारी आशीष चौहान ने बताया कि दुर्घटनाग्रसत हेलिकॉप्टर मोल्डी गांव में सामान उतार कर एक ग्रामीण के साथ लौट रहा था. बताया जा रहा है कि नदी पार करने के लिए लगाई गई ट्रॉली के तारों में उलझने से हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. हादसे में पायलट कैप्टन पाल, को-पायलट शैलेष और स्थानीय निवासी राजपाल मारे गए हैं.
बाढ़ से 52 गांव प्रभावित
दरअसल, उत्तरकाशी में रविवार सुबह बादल फटने के बाद गदेरे उफ़ान पर आ गए थे और उन्होंने भारी तबाही मचाई है. मुख्यमंत्री ने मंगलवार को आपदा प्रभावित आराकोट का दौरा करने के बाद 15 लोगों के मारे जाने और कई अन्य के लापता होने की पुष्टि की थी. 52 गांव इस आपदा से बुरी तरह प्रभावित हैं.
सबसे बड़ी समस्या आपदा प्रभावित इलाक़ों तक पहुंचने की है और इसलिए राहत और बचाव कार्यों के लिए हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने बताया था कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में 10 हेलिपैड बनाए गए हैं और सेना के साथ मिलकर चार हेलिकॉप्टर की व्यवस्था की गई है. राहत कार्यों में 300 कर्मचारी जुटे हुए हैं.
राहत कार्य जारी
मोरी ब्लॉक में आपदा के तीसरे दिन भी राहत बचाव कार्य जारी है. माकुली, डगोली, चीवा, बलावट, टिकोची, दुचानू, किराणु, बरनाली, जोटाड़ी, जाकटा और मौड्डा में राहत सामग्री वितरण के लिए 11 अस्थायी हेलिपैड बनाए गए हैं. ज़िलाधिकारी आपदा ग्रस्त क्षेत्र में ही डेरा डाले हुए हैं।
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