सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज से तीन बार सांसद रहे रामपाल सिंह का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनकी मृत्यु पर भाजपा जिला कार्यालय पर शोक व्यक्त करने के लिए बैठक हुई। इस दौरान दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
रविवार को भाजपा जिला कार्यालय पर हुई शोक बैठक में डुमरियागंज से कई बार सांसद रहे रामपाल सिंह के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया गया। इस मौके पर बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने कहा कि सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होने के बाद राजनीति में आए स्व. सिंह कार्यकर्ताओं के बूते तीन बार सांसद रहे। सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि उनके निधन से पार्टी की अपूरणनीय क्षति हुई है। अंत में दो मिनट मौन रहकर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। इस मौके पर भाजपा के क्षेत्रीय महामंत्री गोविंद माधव, क्षेत्रीय महामंत्री युवा मोर्चा कन्हैया पासवान समेत राम निवास यादव, जिला महामंत्री दीपक मौर्या, केशव राय, हेमंत जायसवाल, श्याम सुंदर मित्तल, फतेह बहादुर सिंह, संपूर्णानंद, घनश्याम, राधारमण त्रिपाठी, विकास पांडेय, बबलू श्रीवास्तव, रमेश पांडेय, राजेश जायसवाल, डॉ. रामानंद वर्मा, फूलचंद जायसवाल, महेन्द्र लोधी आदि की उपस्थिति रही। परसा प्रतिनिधि के मुताबिक पं. बाबूराम शुक्ल विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में हुई शोक बैठक में अजय सिंह, रामानन्द चौहान, हरिश्चन्द्र शुक्ल, ज्वाला चौहान, नंद किशोर चौधरी, मयंक शुक्ल, राममूरत, प्रदीप कुमार आदि मौजूद थे। इटवा प्रतिनिधि के मुताबिक बिस्कोहर मार्ग पर स्थित सांसद के कार्यालय पर भाजपाइयों ने शोक सभा करके पूर्व सांसद रामपाल सिंह को श्रद्धांजलि दी। ओम प्रकाश तिवारी, इन्द्रसेन सोनी, माधव यादव, हरी यादव, प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे। पकड़ी प्रतिनिधि के मुताबिक मंडल अध्यक्ष लवकुश धर दुबे के आवास पर हुई बैठक में दो मिनट का मौन रहकर पूर्व सांसद रामपाल सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। चतुर्भुजी पांडेय, नरेन्द्र बहादुर सिंह, शिवराम चौधरी, विश्वनाथ पासवान, अजय यादव, लोकेश धर दुबे, रोशन श्रीवास्तव,राजू चौधरी, अरविंद चौधरी, परशुराम जायसवाल आदि की उपस्थिति रही।
नेक और भले इंसान थे राम पाल
डुमरियागंज। पूर्व सांसद स्वर्गीय रामपाल सिंह की सादगी और ईमानदारी व साफ-सुथरी छवि के कायल उनके पार्टी के साथ ही विपक्षी दलों के लोग भी हैं। पूर्व मंत्री मलिक कमाल यूसुफ ने कहा कि पूर्व सांसद स्व. रामपाल सिंह नेक और भले इंसान थे। कांग्रेस के काजी अनवारूल हक, तुफैल अहमद, काजी फरीद अहमद, अधिवक्ता गंगा प्रसाद गुप्ता ने भी शोक संवेदना व्यक्त की।
नौकरशाह से राजनीतिज्ञ तक का सफर
डुमरियागंज संसदीय क्षेत्र से 1991 में भाजपा ने डुमरियागंज तहसील क्षेत्र के सिकटा निवासी व अभियंता पद से सेवानिवृत्त हुए रामपाल सिंह को चुनाव मैदान में उतारा। वह राम लहर में चुनावी नैया पार करने में सफल रहे। रामपाल सिंह भाजपा के चुनाव चिह्न पर विजयी होने वाले पहले प्रत्याशी रहे। इसके बाद वर्ष 1998 के चुनाव में भी भाजपा प्रत्याशी के रूप में संसद सदस्य के रूप में निर्वाचित होने में कामयाब रहे। इसके बाद वर्ष 1999 के चुनाव में एक बार फिर भाजपा ने उन्हीं पर दांव लगाया। इस चुनाव में भी जीत का सेहरा बांधने में सफल रहे। वर्ष 1996 चुनाव में वह पराजित हो गए थे।
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