नई दिल्ली। नीति आयोग ने इलेक्ट्रिक टू व्हीलर को लेकर एक भविष्यवाणी करते हुए रिपोर्ट पेश किया है। नीति आयोग ने TIFAC के साथ मिलकर यह रिपोर्ट साझा किया है। ‘भारत में इलेक्ट्रिक दुपहिया वाहनों की पैठ का पूर्वानुमान’ शीर्षक इस रिपोर्ट को दिया गया है। इसमें दावा किया गया है कि वित्त वर्ष 2026-27 तक भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक दुपहिया वाहनों का 100% पैठ हो जाएगा।
नीति आयोग और TIFAC द्वारा बनाए गए एक टूल का उपयोग करते हुए देश में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर के बाजार में आने का एनालिसिस किया है। इसके लिए आठ सिनेरियो प्रोजेक्ट किए गए हैं। इस रिपोर्ट में ‘आशावादी परिदृश्य’ में वित्त वर्ष 2026-27 तक भारतीय बाजार में इलेक्ट्रिक दुपहिया वाहनों की 100% पैठ होने का अनुमान लगाया गया है। इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 तक मौजूदा इनसेंटिव्स वापस ले लिए गए हैं।
रिपोर्ट पेश करने के दौरान नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने कहा, ‘इस रिपोर्ट में विभिन्न परिदृश्यों का विश्लेषण करने और फिर उनके अनुसार ही जरूरी कदम उठाने के लिए बिजनेस इंडस्ट्री, रिसर्चर्स, शिक्षाविदों (Academics) और नीति निर्माताओं (Policy Makers) को एक बहुत ही आवश्यक टूल प्रदान किया गया है। इसे बिना किसी परेशानी के फोरव्हीलर की फ्यूचर मार्केट की गणना करने के लिए भी आसानी से रिपीट किया जा सकता है।’
हाल ही में काउंटरपॉइंट रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया था कि 2030 तक दुनिया भर में इलेक्ट्रिक व्हीकल हर दूसरे व्यक्ति के पास होगा। रिपोर्ट के अनुसार खरीदारों के बीच पर्यावरण के प्रति जागरूकता का बढ़ना, कार्बन एमिशन स्टैंडर्ड, सरकार के प्रयास और कंपनियों के लिए बन रहा इकोसिस्टम दुनिया भर में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) को अपनाने में मदद कर रहा है।
बता दें कि बीते कुछ सालों में इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री में तेजी से इजाफा हुआ है। 2021 के आंकड़ों को देखें तो इस साल ग्लोबल पैसेंजर इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री सिर्फ 10 प्रतिशत थी। चीन इलेक्ट्रिक व्हीकल इस्तेमाल करने के मामले में फिलहाल सबसे आगे है। इसके बाद यूरोप और अमेरिका का नंबर आता है। वियतनाम, सिंगापुर, थाईलैंड और कनाडा की तरह ही भारत भी इलेक्ट्रिक व्हीकल मोबिलिटी को तेजी से अपनाने वाले देशों में शामिल होगा।
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