क्या है गजवा—ए—हिंद, गदर—2 का विलेन करता है जिसका बार—बार जिक्र

Gadar-2

गदर-2 फिल्म देशभर के सिनेमाघरों में धूम मचा रही है। इस फिल्म में एक बार फिर सनी देओल समेत अन्य एक्टर्स की दमदार एक्टिंग देखने को मिली है। वहीं गदर-2 में एक डायलॉग बार-बार फिल्म के विलेन हामिद इकबाल की जुबां पर आता है। वह नाम है- गजवा-ए-हिंद…विलेन अपने उद्देश्य को पूरा करना चाहता है, लेकिन उसके मंसूबों पर पानी फिर जाता है। आखिर ये गजवा-ए-हिंद क्या है और इसका काम क्या है? आइए जानते हैं…

दरअसल, गजवा का अर्थ- इस्लाम को फैलाने के लिए की जाने वाली जंग से लगाया जाता है। इस जंग में इस्लामिक लड़ाकों को शामिल किया जाता है। इस तरह गजवा-ए-हिंद का अर्थ युद्ध के जरिए इस्लामिक राज्य की स्थापना से है। भारत में इस उद्देश्य से जुड़े संगठन लगातार अपने पैर पसारने की कोशिश में जुटे हैं, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) उसके इरादों को लगातार ध्वस्त करती नजर आ रही है। हालांकि कुछ इस्लामिक स्कॉलर्स का मानना है कि गजवा ए हिंद को हदीस से जोड़कर लोगों को गुमराह किया जाता है। फिलहाल इस नाम का इस्तेमाल आईएसआईएस से जुड़े कुछ आतंकी संगठन कर रहे हैं। इसके जरिए वे मुस्लिम युवाओं को उकसाने और भड़काने का काम कर रहे हैं।

मई के महीने में मध्य प्रदेश एटीएस ने जबलपुर में ISIS के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था। एनआईए की पड़ताल में पता चला था कि एमपी में इस्लामिक स्टेट की गतिविधियां संचालित करने की शुरुआत हो चुकी थी। इसे गजवा-ए-हिंद मुहिम के तहत शुरू किया गया था। आतंकी संगठन के जरिए मुस्लिम युवाओं को शामिल करने के लिए पूरी प्लानिंग भी कर ली गई थी, लेकिन NIA ने इसका भंडाफोड़ कर दिया।

ये बात भी सामने आई थी कि आतंकी गतिविधियों से पहले आईएसआईएस के स्थानीय कट्टरपंथियों ने वॉट्सएप पर ग्रुप बना रखे थे। लव-जिहाद के लिए हिंदू लड़कियों को टारगेट करने की भी बात सामने आई थी। इससे पहले 23 मार्च 2023 को एनआईए ने गजवा-ए-हिंद मामलों से जुड़े 3 राज्यों के सात ठिकानों पर छापा मारा था। इनमें गुजरात-महाराष्ट्र के तीन-तीन और मध्य प्रदेश का एक ठिकाना शामिल रहा।

पिछले साल जुलाई में बिहार के फुलवारी शरीफ और मोतिहारी से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से संबंध रखने के आरोप में गिरफ्तारी की गई थी। गिरफ्तारी के दौरान एनआईए ने कुछ दस्तावेज भी बरामद किए थे। जिसमें ‘गजवा-ए-हिंद’ जैसे मिशन के लिए काम करने की बात सामने थी। कुल मिलाकर गजवा ए हिंद के जरिए मुस्लिम युवाओं को भारत के खिलाफ देश-विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिलाने की प्लानिंग एनआईए लगातार नाकाम कर रही है। हालांकि सुरक्षा एजेंसियों की चिंता कम नहीं हुई है।

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