यूनिक समय, लखनऊ। तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन पर लखनऊ-रामेश्वरम पर्यटक ट्रेन में 26 अगस्त तड़के आग लगने की घटना को लेकर रेलवे विभाग सख्त एक्शन में आया है। इस मामले में 5 लोगों को अरेस्ट किया गया है, जिन्होंने बोगी में ही चूल्हा सुलगाकर खाना पकाने का इतना बड़ा जोखिम उठाया था।
मदुरै रेल हादसे में जांच के दौरान कई चौंकाने वाले फैक्ट्स सामने आ रहे हैं। इस हादसे में उत्तर प्रदेश के 10 तीर्थ यात्रियों की मौत हुई थी। तमिलनाडु के मदुरै रेलवे स्टेशन पास हुए इस हादसे की जांच करते हुए रेलवे ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस मामले में सीतापुर के पांच लोगों को हिरासत में लिया है। गिरफ्तार पांचों लोग उसी ट्रैवल्स एजेंसी-भसीन ट्रैवल्स के कर्मचारी हैं, जिसने यात्रा के लिए प्राइवेट कोच बुक किया था। इन पर आरोप है कि ये ट्रेन में प्रतिबंधित सामान यानी ज्वलनशील चीजें लेकर यात्रा कर रहे थे।
रेलवे पुलिस ने जिन पांच लोगों को पकड़ा है, वे हैं- भसीन ट्रैवल्स के शुभम कश्यप (19), नरेंद्र कुमार (61), हार्दिक साहनी (24), दीपक कुमार ((23) और सत्य प्रकाश (45)। गिरफ्तार पांचों लोगों पर आरोप है कि ये अवैध रूप से ट्रेन में LPG सिलेंडर लेकर चढ़े थे। इन्होंने खतरे को नजरअंदाज करते हुए बोगी के अंदर ही गैस जलाकर खाना पकाया था। इन पांचों लोगों पर रेल एक्ट के तहत एक्शन लिया गया है। इनसे कड़ी पूछताछ की जा रही है। जांच में पता चला है कि हादसे के वक्त ये पांचों भी उसी बोगी में सवार थे।
मदुरै रेल हादसे में सीतापुर के एक ही मोहल्ले के पांच लोगों की मौत हुई है। रविवार शाम इनके शव पहुंचे, तो लोगों का बुरा हाल हो गया। शवों को पहचान पाना भी मुमकिन नहीं था। जिस प्राइवेट कोच में आग लगी थी, वो 25 अगस्त को नागरकोल जंक्शन पर पुनालूर-मदुरै एक्सप्रेस (16730) से जोड़ा गया था। 26 अगस्त को ट्रेन तड़के 3 बजकर 47 मिनट पर मदुरै रेलवे स्टेशन पहुंची, तभी यह हादसा हुआ था। जिस कोच में आग लगी थी, उसमें UP के 63 लोग सफर कर रहे थे। ये लोग दक्षिणी राज्यों की तीर्थ यात्रा पर निकले थे। मदुरै ट्रेन हादसे में जीआरपी ने यूपी के सीतापुर स्थित भसिन ट्रैवल एजेंसी के खिलाफ केस दर्ज किया है। ट्रैवल एजेंसी संचालक ने IRCTC के जरिए कोच बुक किया था।
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