यूनिक समय, नई दिल्ली। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 10 जनवरी को हश मनी केस में सजा सुनाई जाएगी, जो उनके शपथ ग्रहण से ठीक 10 दिन पहले है। वैसे तो यह अपने आप में बहुत ही अद्भुत मामला है जो पहले कहीं नहीं देखा गया। अमेरिका के राष्ट्रपति बनने से कुछ ही हफ्ते पहले डोनाल्ड ट्रंप को न्यूयॉर्क के ‘हश मनी’ केस में 10 जनवरी को सजा सुनाई जाएगी। हालांकि न्यूयॉर्क के जज जुआन मर्चन ने संकेत दिया है कि ट्रंप को जेल नहीं भेजा जाएगा। जज ने अपने आदेश में कहा है कि ट्रंप व्यक्तिगत या वर्चुअल रूप से सुनवाई में शामिल हो सकते हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछली मई में ट्रंप को 34 आपराधिक मामलों में दोषी पाया गया था। यह मामला 2016 के चुनाव प्रचार के दौरान पोर्न स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स को 130,000 यूएस डॉलर की चुप्पी की रकम देने और इसे छिपाने से जुड़ा था। ट्रंप ने इन आरोपों को नकारते हुए खुद को निर्दोष बताया। उन्होंने कहा था कि यह उनके 2024 के राष्ट्रपति अभियान को नुकसान पहुंचाने की साजिश है।
वैसे तो ट्रंप ने अपने राष्ट्रपति चुनाव में जीत का हवाला देते हुए इस मामले को खारिज करने की मांग की थी। उनकी कानूनी टीम ने जज के इस फैसले की आलोचना भी की और इसे गैर-कानूनी बताया। टीम की मांग थी कि यह मामला तुरंत खारिज कर दिया जाए।
जज मर्चन ने कहा कि ट्रंप को जेल भेजने की जगह उन्हें कंडीशनल डिस्चार्ज दिया जाएगा। जज ने यह भी स्पष्ट किया कि इस सजा का राष्ट्रपति पद के कार्यों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
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