उत्तर प्रदेश के जिले बिजनौर में फांसी पर लटकी एक महिला की जान पुलिसकर्मियों की वजह से बच गई। पुलिसकर्मियों ने अंतिम समय में पहुंचकर महिला को फांसी से बचा लिया और उसके बाद महिला के सीने पर जोर से पम्प किया। महिला को जब होश आया तो उसे लेकर निजी अस्पताल गए। समय से इलाज मिलने की वजह से विवाहिता की जान बच पाई। दरअसल सोशल मीडिया पर महिला को बचाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह घटना बीती मंगलवार की शाम की बताई जा रही है। पुलिसकर्मियों का कहना है कि अगर 20 सेकेंड की देरी होती तो महिला की जान चली जाती। विवाहिता के पिता की तहरीर पर दहेज और मारपीट की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।
जानकारी के अनुसार यह मामला शहर के नजीबाबाद मार्ग स्थित काकरान वाटिका के पास प्रगति विहार का है। महिला की जान बचाने को लेकर सिविल लाइन चौकी प्रभारी गौरव चौधरी का कहना है कि यह घटना मंगलवार की शाम की है। थाने में सूचना मिली की इस इलाके में किसी के घर पर झगड़ा हो रहा है। इतना ही नहीं घरवाले महिला को पीट रहे हैं। जिसके बाद सूचना मिलते ही अन्य पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे तो पुलिस को देखते ही कुछ लोग वहां से भाग निकले। पुलिस जब घटनास्थल पहुंची तो काफी भीड़ थी और चीखना चिल्लाना हो रहा था। इसी बीच किसी ने बताया कि उसी घर की महिला ने फांसी लगा ली है। उसके बाद जल्द ही कमरे तक गए और देखा तो महिला फांसी के फंदे से झूल रही थी।
चौकी प्रभारी ने आगे बताया कि महिला को फंदे पर लटका देख स्थानीय लोग भी इकट्ठा हो गए थे। सिपाही अचिन व शुभम ने तुरंत ही महिला को पैरों से पकड़कर ऊपर उठाया ताकि फंदे से गले की पकड़ ढीली हो सके। उसके बाद वहां पर मौजूद कुछ लोगों ने कैंची से फांसी वाले कपड़े को काटा। उन्होंने बताया कि उस समय महिला का शरीर पूरी तरह से गर्म था, वह तप रही थी। महिला के सीने को पम्प किया गया और करीब 20 सेकेंड तक पंप करने के बाद महिला को हल्का-हल्का होश आया लेकिन वह कुछ भी बोलने की हालत में नहीं थी। आनन-फानन में महिला को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज चल रहा है। वहीं डॉक्टरों के अनुसार महिला की हालत में सुधार है।
पुलिस की तत्परता से जिस तरीके से महिला की जान बच गई, लोग इसकी तारीफ कर रहे हैं। महिला की स्थिति में सुधार होने के बाद पुलिस इस पूरे मामले की तफ्तीश में जुटी है। वहीं दरोगा गौरव चौधरी ने बताया कि महिला के होश में आने के बदा उससे बातचीत की गई। उसने अपना नाम निक्की बताया है और उसके अनुसार दो साल पहले उसकी शादी किरतपुर थाने के गांव छितावर निवासी ईशांत उर्फ संजू के साथ हुई थी। दोनों की यह दूसरी शादी थी पर कुछ दिनों बाद से ही झगड़ा होने लगा। महिला ने जिस दिन फांसी लगाई उस दिन भी ससुराल में झगड़ा हो रहा था। मामला ज्यादा बढ़ गया तो पुलिस को सूचना दी थी। पीड़ित महिला के अस्पताल में होने की सूचना पर पिता रामेंद्र भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने ईशांत व उसके घरवालों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना के संबंध में तहरीर दी है।
महिला के पिता के अनुसार ससुराल वाले बेटी को दहेज के लिए मारते पीटते थे। उसे आए दिन प्रताड़ित करते थे, इसके अलावा कभी 10 हजार व कभी कुछ और मांगते थे। जबसे मेरी बेटी की शादी हुई है, उन लोगों ने उसका जीना दुश्वार करके रखा है। इस पूरे प्रकरण को लेकर एसपी सिटी डॉ प्रवीन रंजन सिंह का कहना है कि पुलिस को समय से सूचना मिल गई थी। इस मामले में पीड़ित महिला के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और ससुराल पक्ष मौके से फरार है। उन सभी की तलाश की जा रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ा जाएगा। इस पूरे घटनाक्रम में शामिल पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा। उनकी सक्रियता की वजह से महिला की जान बच पाई है।
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