एक समय ऐसा भी था जब घर की महिलाएं नहाने के बाद ही अपना सारा कार्य शुरू करती थी लेकिन आज के समय में ऐसा नहीं होता हैं. जी हाँ, समय की कमी के कारण आजकल की महिलाएं पहले अपने घर के सभी कार्य करती हैं और उसके बाद फुर्सत में नहाने जाती हैं. इसी के साथ कई महिलाएँ ऐसी हैं जो नहाए बिना भी भोजन कर लेती हैं और बना भी लेती है. वैसे हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक यह गलत हैं.
जी दरअसल शास्त्रों के मुताबिक महिलाओं को कुछ काम नहाने के बाद ही करने चाहिए और इनमे खाना खाना और खाना बनाना दोनों होता है क्योंकि ऐसा ना करने पर घर में केवल नकारात्मकता आती है और आपको आर्थिक तंगी की समस्याओं का भी सामना करना पड़ सकता हैं. ऐसे में आज हम आपको इस बारे में बताने जा रहे हैं. जी दरअसल हिंदू धर्म शास्त्रों के मुताबिक महिलाओं को सुबह बिना नहाए रसोई में चूल्हा चौका नहीं करना चाहिए क्योंकि भोजन अन्नपूर्णा का रूप माना जाता हैं और रसोई को देवी लक्ष्मी का रूप माना जाता हैं ऐसे में महिलाओं को बना नहाएं किचन में प्रवेश नहीं करना चाहिए.इसी के साथ हिंदू धर्म शास्त्रों में बताया गया हैं कि बिना स्नान किए भोजन नहीं ग्रहण करना चाहिए, खासकर महिलाओं को. वहीं कहते हैं जो महिलाएं बिना नहाए भोजन करती हैं उनके घर में हमेशा ही परेशानियां वास करती हैं. इसी के साथ उनके घर में दरिद्रता बानी रहती है. कहा जाता है पुराण के मुताबिक बिना स्नान किए या भोजन करके स्नान करने व पूजन करने पर पूजा का फल प्राप्त नहीं होता हैं. इसी के साथ कोई भी चीज खाकर बिना आचमन किए पूजा करे या भोजन करके पूजा करें तो वह पूजा स्वीकार नहीं हो पाती है.
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