यूनिक समय, मथुरा। शास्त्रों के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि 14 मुखी रुद्राक्ष को भगवान शिव और हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त है। पौराणिक शास्त्रों में 14 मुखी रुद्राक्ष को देवमणि या महाशनि के रूप में जाना जाता है। 14 मुखी रुद्राक्ष बहुत पवित्र और बहुत ही चमत्कारी रुद्राक्ष है। मासिक शिवरात्रि और महाशिवरात्रि के अवसर पर 14 मुखी रुद्राक्ष का गंगाजल से अभिषेक करने पर साक्षात शिव पूजन करने का ही फल मनुष्य को प्राप्त होता है।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, 14 मुखी रुद्राक्ष का उदय भगवान महाकालेश्वर के तीसरे नेत्र से गिरे अश्रु से हुआ था। जिस प्रकार त्रिनेत्र धारी भगवान शिव की तीसरी आंख खुलने से सभी प्रकार की बुरी शक्तियों का नाश होता है वैसे ही इस रुद्राक्ष को पहनने वाले व्यक्ति के जीवन से सभी प्रकार की नकारात्मक शक्तियां स्वत: ही खत्म हो जाती हैं। 14 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के दिमाग पर काम करता है ताकि व्यक्ति में सही निर्णय लेने की क्षमता उत्पन्न हो सके। 14 मुखी रुद्राक्ष जीवन में सफलता और ऊंचा पद, व जिंदगी में सफलता व समृद्धि प्राप्त करने में मदद करता है। तो आइए जानते हैं 14 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के लाभ के बारे में।
14 मुखी रुद्राक्ष पहनने के लाभ
14 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति दुख, चिंता और भय से मुक्त रहता है। 14 मुखी रुद्राक्ष स्वयं से जुड़ने और अंतज्र्ञान की आवाज को मजबूत करने में मदद करता है। 14 मुखी रुद्राक्ष शरीर में मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करता है।14 मुखी रुद्राक्ष पुरानी बीमारियों जैसे गठिया, मोटापा आदि रोगों से राहत दिलाने में मदद करता है। 14 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति की समस्याओं का निदान करने के लिए उस व्यक्ति को स्थिर दृष्टिकोण का चयन करने में मदद करता है। 14 मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को को सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से बचाता है और आध्यात्मिक सार प्रदान करता है। 14 मुखी रुद्राक्ष धारण करने वाले व्यक्ति की क्षमताओं में वृद्धि होती है। 14 मुखी रुद्राक्षधारी व्यक्ति को मजबूत इच्छा शक्ति प्राप्त होती है और ऐसा व्यक्ति वीर होता है। 14 मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में मंगल के अशुभ प्रभाव को कम करने में मदद करता है। 14 मुखी रुद्राक्ष शनि की साढ़े साती के प्रभाव को समाप्त करता है।
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