ममता बनर्जी के मंत्री की खास एक्ट्रेस के घर कूड़े की तरह मिले 21 करोड़ के नोट

पश्चिम बंगाल की पॉलिटिक्स में भ्रष्टाचार का तड़का लग गया है। ममता बनर्जी के खास और पावरफुल मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी फ्रेंड बांग्ला फिल्मों की फ्लॉप एक्ट्रेस अर्पिता चटर्जी के यहां पड़े प्रवर्तन निदेशालय की छापे से सियासत गर्मा गई है। पार्थ चटर्जी को ED ने शनिवार को अरेस्ट कर लिया है। इससे पहले ED ने उनसे 26 घंटे पूछताछ की। ED का कहना है कि वे जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे। ईडी ने शुक्रवार को शिक्षक भर्ती घोटाले में अर्पिता मुखर्जी के अलावा कई लोगों के यहां रेड डाली है। अर्पिता चटर्जी को भी हिरासत में लिया गया है। पार्थ के घर के बाहर CRPF को तैनात किया गया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में 2014 और 2016 में शिक्षकों की भर्ती की गई थी। दो कैंडिडेट्स ने कलकत्ता हाईकोर्ट में नियुक्ति में धांधली का आरोप लगाते हुए याचिका दाखिल की थी। हाईकोर्ट ने इस मामले में CBI जांच के आदेश दिए थे। वहीं, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ED जांच कर रही है।

Big Breaking- Partha Chatterjee arrested by ED after 26 hrs interrogation kpa

अर्पिता चटर्जी के यहां इस छापेमार कार्रवाई में ईडी को 2 हजार और 500 रुपए के नोटों का अंबार मिला है। इन नोटों की कीमत करीब 21 करोड़ से अधिक है। ईडी ने अर्पिता के घर से 20 फोन भी जब्त किए थे। ईडी ने और जिन लोगों के यहां छापा मारा उनमें माणिक भट्टाचार्य, आलोक कुमार सरकार, कल्याण मॉय गांगुली जैसे नाम शामिल हैं। इनकी गिरफ्तारी भी हो सकती है। ईडी ने छापेमारी के दौरान अर्पिता के घर से 20 मोबाइल फोन जब्त किए हैं। अभी यह जांच का विषय है कि इतने सारे फोन से अर्पिता क्या करती थीं? हालांकि TMC ने साफ कहा कि अर्पिता मुखर्जी का पार्टी से कोई लेना देना है।

ED के अनुसार, अर्पिता मुखर्जी पार्थ चटर्जी की क्लोज एसोसिएट हैं। इस बीच भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी ने कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। इससे मालूम चलता है कि दक्षिण कोलकाता की मशहूर दुर्गा पूजा से अर्पिता मुखर्जी का गहरा कनेक्शन रहा है। दुर्जा पूजा कमेटी के विज्ञापनों में अर्पिता मुखर्जी का चेहरा छपता रहा है। कहा जाता है कि दुर्जा पूजा कमेटी के जरिए ही वे पार्थ से मिली थीं। अर्पिता मुखर्जी कुछ बंगाली, ओड़िया और तमिल फिल्मों में काम भी कर चुकी हैं। हालांकि वे असफल रहीं।

बता दें कि कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देशों पर CBI पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर सरकार द्वारा प्रायोजित व सहायता प्राप्त स्कूलों में समूह ‘सी’ और ‘डी’ के कर्मचारियों व शिक्षकों की भर्ती में हुई कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है। वहीं, ED इस घोटाले में मनी लान्ड्रिंग की जांच में जुटी है। पार्थ चटर्जी जब राज्य के शिक्षा मंत्री थे, तब ये गड़बड़ियां हुई थीं। पार्थ इस समय अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल के महासचिव भी हैं। उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का काफी करीबी माना जाता है। वे TMC के टिकट पर 2001, 2006, 2011, 2016 और 2021 में लगातार 5 बार विधायक चुने जा चुके हैं।

 

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*