यूनिक समय, वृंदावन। 34 दिवसीय श्री राधा दामोदर कार्तिक नियम सेवा महोत्सव 25 अक्टूबर माह से प्रारम्भ होकर 27 नवम्बर तक चलेगा। मन्दिर के वरिष्ठ सेवायत आचार्य करुण गोस्वामी महाराज ने बताया कि कार्तिक मास को दामोदर मास भी कहते हैं और इस पुण्य मास में निरंतर प्रात: बेला में मंगला आरती, दर्शन, परिक्रमा,, दीपदान, कथा श्रवण, जप और कीर्तन करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इस पुण्य मास मे दिन प्रति दिन उत्सव महोत्सव मनाया जाएगा। मन्दिर मे शाश्वत रुप से भगवान श्री कृष्ण द्वारा प्रदत्त श्री गिरिराज चरण सिला विराजमान हैं। मन्दिर की मात्र चार परिक्रमा करने से गोवर्धन की सात कोसीय परिक्रमा का पूर्ण फल सहज रूप से प्राप्त हो जाता है।
मन्दिर के सेवायत आचार्य कृष्ण बलराम गोस्वामी महाराज ने कहा कि इस मास में शयन आरती रात्रि 9.45बजे होंगी, संध्या आरती शाम 6.15 बजे होंगी।
इस मास में दीपावली पर विशेष दीपदान होगा। इसी दिन दाम बन्धन लीला हुई थी। विशेष छप्पन भोग सहित फूल बंगले के दर्शन रोजाना ही होंगे। मन्दिर के सेवायत आचार्य पूर्ण चन्द्र गोस्वामी महाराज ने बताया कि इस बार विशेष रूप से देव उत्थान एकादशी व्रत पर श्री तुलसी शालिग्राम विवाह उत्सव मनाया जाएगा। इसके साथ साथ अन्नकूट छप्पन भोग दर्शन, रास पूर्णिमा के दर्शन, कार्तिक पूर्णिमा पर रास रासेश्वर स्वरूप के दर्शन, श्री राधा रानी के सुबल भेष में श्री चरणों के दर्शन, श्रील प्रभुपाद जी का तिरोभाव महोत्सव आदि अनेक उत्सव महोत्सव होंगे।
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