कोरोना योद्धा: पंजाब पुलिस के 80 हजार जवानों के सीने पर आज ही एक नाम मैं वी हां हरजीत सिंह!

चंडीगढ़। देश में कोरोना संकट के बीच लोगों को महामारी से बचाने के प्रयास में कोरोना योद्धा दिन रात एक कर रहे हैं। इन्हीं योद्धाओं में से एक पंजाब पुलिस के एएसआई हरजीत सिंह पटियाला में कर्फ्यू पास मांगने के दौरान भड़के निहंगों के गुस्से का शिकार बने और कुछ लोगों ने उनका हाथ तलवार से अलग कर दिया था। हालांकि बाद में पीजीआई के डॉक्टरों ने सात घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद उनके हाथ को जोड़ दिया था. ऐसे वक्त में हरजीत सिंह का हौसला बढ़ाने के लिए पंजाब पुलिस ने ‘मैं वी हां हरजीत सिंह’ कैंपेन की शुरुआत की है।

इस कैंपेन के जरिए पंजाब पुलिस के 80 हजार जवानों ने अपने सीने पर लगी नेम प्लेट पर हरजीत सिंह का नाम लिखा और ड्यूटी संभाली. इतना ही नहीं, खुद डीजीपी दिनकर गुप्ता के भी सीने पर भी हरजीत सिंह के नाम की प्लेट लगाई और उनका हौसला बढ़ाने की कोशिश की. पंजाब पुलिस की ओर से इस तरह एसआई हरजीत सिंह की बहादुरी को सलाम करने के अंदाज की हर कोई सराहना कर रहा है।

इस मौके पर डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा, हरजीत सिंह को प्रोमोट कर ASI से सब-इंस्पेक्टर बना दिया गया है। बहादुरी और शांति का परिचय दे वो देश में कोरोना वॉरियर्स पर हो रहे हमलों के एक प्रतीक बन गए हैं.।उनके प्रति सम्मान दिखाने के लिए ये पंजाब पुलिस का एक छोटा सा प्रयास है।

मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने वीडियो कॉल पर की बात
पुलिस जवान की बहादुरी को देखते हुए पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार ने हरजीत​ सिंह को एएसआई से प्रमोट कर एसआई बना दिया है। अमरिंदर सिंह ने पीजीआई में भर्ती हरजीत सिंह से बात की थी और कहा था कि आप सच में बहुत बहादुर हो। इसके बाद अब सोमवार को अनूठे तरीके से हरजीत का सम्मान किया गया।

यह मेरे लिए अब तक का सबसे बड़ा सम्मान
पीजीआई में भर्ती एसआई हरजीत सिंह पंजाब पुलिस की ओर से दिए जाने वाले इस सम्मान से बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा,मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मुझे जीवन भर याद रहने वाला ऐसा सम्मान मिलेगा. मैं डीजीपी, एसएसपी साहब सहित पूरी फोर्स व लोगों का आभारी हूं. मैंने जिंदगी में किसी को कभी ऐसा सम्मान मिलते नहीं देखा, सबका शुक्रिया।

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