पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। बुधवार को ईडी ने अर्पिता के बेलघरिया स्थित फ्लैट के अलावा कस्बा राजडांगा और बारासात की दुकानों पर भी छापा मारा। इस दौरान अर्पिता के बेलघरिया वाले घर से 29 करोड़ कैश और 5 किलो सोना बरामद हुआ है। अर्पिता के दोनों घरों से अब तक 50 करोड़ रुपए से ज्यादा नगर और कई किलो सोना जब्त किया जा चुका है। इसके साथ ही अर्पिता के घर से एक ऐसा दस्तावेज मिला, जिसे देखकर हर कोई हैरान है।
बता दें कि छापेमारी के दौरान ईडी को अर्पिता के बेलघरिया वाले घर से एक दस्तावेज मिला। दरअसल, यह डॉक्यूमेंट उस सोसायटी की ओर से जारी किया गया नोटिस है, जहां अर्पिता का पुश्तैनी घर है। अर्पिता के घर के सामने सोसायटी ने नोटिस लगाया था, जिस पर लिखा है कि अर्पिता ने मेंटेनेंस के 11,819 रुपए नहीं चुकाए हैं। इस लिस्ट में अर्पिता का फ्लैट नंबर, उनका नाम और बकाया राशि सबसे ऊपर दी गई है। ये मेंटेनेंस जनवरी से मार्च 2022 का है।
बुधवार शाम से शुरू हुई यह छापेमारी गुरुवार तड़के तक चलती रही। इस दौरान करीब 18 घंटे तक चली रेड में अर्पिता के फ्लैट से 3 डायरी भी मिली हैं, जिसमें लेनदेन की बात कोडवर्ड में दर्ज है। इसके अलावा ईडी ने घर से 2600 पेज का एक और डॉक्यूमेंट बरामद किया है, जिसमें पार्थ और अर्पिता की जॉइंट प्रॉपटी की बात है।
इससे पहले अर्पिता के पहले घर में हुई छापेमारी के दौरान ईडी को 21 करोड़ कैश, 79 लाख रुपए की ज्वैलरी और 20 मोबाइल के अलावा एक ब्लैक डायरी मिली थी। इस डायरी में शिक्षक भर्ती घोटाले से जुड़े कई राज छुपे थे। डायरी के 40 में से 16 पन्नों में घोटाले के दौरान पैसे के लेन-देन का जिक्र है। इसके अलावा कई बातें कोडवर्ड में भी लिखी गई हैं। इस ब्लैक डायरी के साथ ही एजुकेशन डिपार्टमेंट से जुड़ा एक लिफाफा भी बरामद हुआ था, जिसमें 5 लाख रुपए नगद थे।
ममता सरकार के मंत्री पार्थ चटर्जी का नाम घोटाले में सामने आने के बाद TMC के नेता कुणाल घोष ने गुरुवार को एक ट्वीट करते हुए कहा कि पार्थ चटर्जी को मंत्रिमंडल सहित पार्टी के सभी पदों से फौरन बर्खास्त कर देना चाहिए। पार्थ अभी ममता सरकार में उद्योग मंत्री हैं। अपनी ही पार्टी में पार्थ के खिलाफ आवाज उठने से अब ममता बनर्जी पर भी दबाव है।
2016 में पश्चिम बंगाल के स्कूल सेवा आयोग (SSC) ने शिक्षकों की भर्ती के लिए एक परीक्षा आयोजित थी। 2017 में जब इसका रिजल्ट आया तो इसमें सिलीगुड़ी की बबीता सरकार का नाम टॉप-20 में था। इसके बाद आयोग ने ये लिस्ट रद्द कर दी थी।
बाद में आयोग ने नई लिस्ट जारी की जिसमें बबीता से 16 नंबर कम पाने वाली अंकिता अधिकारी का नाम टॉप पर था। अंकिता मंत्री परेश अधिकारी की बेटी है। इसके खिलाफ बबीता और कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में याचिका लगाई। कोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दे दिए थे।
सीबीआई ने इस मामले में पार्थ चटर्जी से पूछताछ की क्योंकि 2016 में वो शिक्षा मंत्री थे। बाद में इस केस में पैसों के हेरफेर के चलते ईडी की एंट्री हुई। ईडी ने पार्थ चटर्जी और उनके करीबियों के घर छापा मारा, जिसमें अर्पिता मुखर्जी के घर से अब तक 50 करोड़ कैश, 2 करोड़ की ज्वैलरी और 20 मोबाइल फोन जब्त किए जा चुके हैं।
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