विशेष संवाददाता
मांट (मथुरा)। प्रख्यात संत योगीराज देवरहा बाबा की साधना स्थली देवरहा बाबा आश्रम में ब्रज के तमाम संत, महंत, महामंडलेश्वरों व धर्माचार्यों की विशेष बैठक में ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में हुए हादसे पर विचार मंथन किया गया। साथ ही ऐसा हादसा दुबारा घटित न हो, इसके लिए काशी व रामेश्वर की तर्ज पर बांकेबिहारी मंदिर कारीडोर के निर्माण का आह्वान प्रदेश सरकार से किया गया।
देवरहा बाबा आश्रम के अध्यक्ष योगीराज देवदास (बड़े सरकार) ने कहा कि विश्वविख्यात ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर सौ वर्ष से भी अधिक पुराना है। मंदिर में अनेक भक्त सुविधापूर्वक दर्शन कर सकें, इसके लिए मंदिर की चहुंमुखी मरम्मत एवं आंगन के विस्तार की आवश्यकता है।
चतुःसम्प्रदाय के महंत फूलडोल बिहारीदास व श्रीराधा उपासना कुंज के महंत संतदास ने कॉरिडोर निर्माण की आवश्यकता पर बल दिया। साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी व गोरेदाऊजी आश्रम के महंत प्रहलाद दास ने कहा कि प्रदेश सरकार को बांकेबिहारी मंदिर के प्राचीन स्वरूप को ध्यान में रखते हुए उसके चहुंमुखी विकास कार्य कराने चाहिए।
मोरकुटी के महंत परमेश्वर दास त्यागी व महंत हरिबोल बाबा ने कहा कि ठाकुर बांके बिहारी मंदिर का संचालन करने के लिए एक ट्रस्ट की आवश्यकता है। संत शिवदत्त प्रपन्नाचार्य व डॉ. हरप्रसाद द्विवेदी ने ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन का समय बढ़ाए जाने पर जोर दिया। दर्शनार्थियों की भीड़ को ध्यान में रखते हुए बड़ी स्क्रीन लगाकर उनके दर्शन की व्यवस्था की जानी चाहिए। बैठक में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष हरिशंकर नागा, महंत श्रीहित श्यामसुंदर दास, महंत रमणरेती दास, हरिप्रपन्नाचार्य, डॉ. राधाकांत शर्मा, साध्वी डॉ. राकेश हरिप्रिया, फलाहारी बाबा आदि उपस्थित थे। संचालन डॉ. हरप्रसाद द्विवेदी ने किया। बैठक में उपस्थित संत, महंत, धर्माचार्यों व भक्तों-श्रद्धालुओं ने ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के कॉरिडोर बनाए जाने सम्बन्धी मांग पत्र पर हस्ताक्षर किए। पत्र को केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा।
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