उत्तर प्रदेश के जिले शाहजहांपुर में एक युवक पत्नी के शव के साथ 500 किमी का सफर ट्रेन से कर लिया लेकिन इस बात का अंदाजा उसको बिल्कुल भी नहीं हुआ। महिला की मौत की सूचना कंट्रोल रूम को दी गई। इसकी सूचना पर जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने डॉक्टर की मौजूदगी में शव को ट्रेन से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। दरअसल युवक बीमार पत्नी का लुधियाना में इलाज कराकर वापस अपने घर बिहार जा रहा था। लुधियाना से ट्रेन के चलते ही पत्नी सोने के लिए लेट गई। कई घंटों तक युवक उसके सिर के पास उसी सीट पर बैठा रहा पर उसको आभास भी नहीं हुआ।
जानकारी के अनुसार बिहार के औरंगाबाद जिले का रहने वाला नवनीत अपनी 22 साल की बीमार पत्नी उर्मिला का लुधियाना में इलाज कराकर मोरध्वज एक्सप्रेस ट्रेन से वापस घर जा रहा था। युवक जनरल टिकट लेकर बीमार पत्नी के साथ स्लीपर कोच में बैठ गया। इसके बाद लुधियाना से निकलते ही पत्नी सीट पर लेट गई और नवनीत उसके पास बैठ गया। टीटीई ने आकर उनका टिकट चेक किया लेकिन स्लीपर का टिकट न होने की वजह से टीटीई ने टिकट बनवाने के लिए कहा पर तब तक नवनीत करीब 500 किलोमीटर का सफर तय कर शाहजहांपुर स्टेशन पहुंचने वाला था। जब नवनीत ने पत्नी को उठाया तो वह नहीं उठी। युवक कई बार तक आवाज लगाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
महिला के नहीं उठने पर टीटीई ने देखा तो उसको कुछ ठीक नहीं लगा तो उन्होंने इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दी। शनिवार की शाम स्टेशन पर ट्रेन पहुंचते ही जीआरपी और आरपीएफ ने डॉक्टरी की टीम के साथ पहुंचकर उर्मिला को देखने लगे। डॉक्टरों ने महिला को देखने के बाद मृत घोषित कर दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि शव को देखकर लग रहा है कि महिला की मौत काफी देर पहले ही हो चुकी है। इस मामले में जीआरपी इंस्पेक्टर राम सहाय का कहना है कि कंट्रोल रूप से सूचना मिलने पर ट्रेन के रुकते ही टीम ने पहुंचकर महिला को नीचे उतारा लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। उन्होंने आगे कहा कि पति की मौजूदगी में शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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