15 सितंबर की रात करीब 10 बजे पनवेल रेलवे स्टेशन के बाहर गला काटकर हुई 29 वर्षीय डिजिटल मार्केटिंग एक्जिक्यूटिव के मर्डर मिस्ट्री का चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पनवेल रेलवे पुलिस बल को इस घटना के CCTV फुटेज हाथ लगे थे। इस मामले में नवी मुंबई पुलिस ने पीड़िता के पति के अलावा 2 अन्य लोगों को अरेस्ट किया है। ये सुपारी किलर हैं। इन्हें मृतका के पति की प्रेमिका यानी सौतन ने हायर किया था। इस हत्या की साजिश 6 लोगों ने रची थी। गिरफ्तार किए गए तीन लोगों के अलावा, अन्य तीन एक गिरोह के सदस्य हैं। इन्हें सौतन ने 3 लाख में महिला की हत्या की सुपारी दी थी।
जांच से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, पीड़िता के पति देवव्रत सिंह रावत (32) का इस साल की शुरुआत से ही निकिता मटकर (24) के साथ विवाहेतर संबंध(extra-marital affair) थे। रावत ने मटकर अगस्त में एक मंदिर में निकिता से शादी भी कर ली थी। आखिरकार, पीड़िता प्रियंका रावत को अपने पति की शादी के बारे में पता चल गया। निकिता मानखुर्द में प्रवीण घाडगे (45) द्वारा चलाए जा रहे एक निजी ट्यूटोरियल में टीचर के रूप में काम करती है। वो प्रियंका को रास्ते से हटाने की साजिश रच रही थी, ताकि देवव्रत के साथ रहना शुरू कर सकें। निकिता और देवव्रत ने प्रियंका को मारने में उनकी मदद करने के लिए घाडगे से संपर्क किया। घाडगे ने इन्हें मुंबई में रहने वाले बुलढाणा के एक गैंग से मिलवाया।
गैंग के तीन मेंबर ने देवव्रत के कहे अनुसार साजिश को अंजाम दिया और फिर बुलढाणा भाग गए। यह सुपारी ₹3 लाख में दी गई थी। एडवांस में ₹2 लाख दिए जा चुके थे। पुलिस ने देवव्रत के कॉल रिकॉर्ड डिटेल्स की जांच के बाद मामले का खुलासा किया। देवव्रत और निकिता की तस्वीरें उसके फोन पर मिलने के बाद पुलिस ने दोनों से अलग-अलग पूछताछ की, तो निकिता टूट गई।
हत्या 15 सितंबर की रात करीब 10 बजे पनवेल रेलवे स्टेशन के बाहर हुई थी। घटना वहां लगे CCTV कैमरे में कैप्चर हो गई थी। हालांकि रात होने से फुटेज साफ नहीं थे। हमलावरों के चेहरे क्लियर नहीं दिखाई दे रहे थे। पनवेल RPF के जसबीर राणा ने कहा कि जो कुछ भी उपलब्ध था, उन्होंने नवी मुंबई पुलिस को उपलब्ध करा दिया था। फुटेज में आरोपी पीड़िता का इंतजार करते नजर आ रहे थे। जब वह बाहर निकली और ऑटो स्टैंड की ओर चल रही थी, तो आरोपी उसके पीछे-पीछे चलता हुआ और फिर भागने से पहले उसका गला काट दिया।
देवव्रत और प्रियंका की 4 साल पहले ही शादी हुई थी। प्रियंका ने कंप्यूटर इंजीनियर थी। उसने एक साल पहले ही ठाणे स्थित एक निजी फर्म में डिजिटल मार्केटिंग पेशेवर के रूप में काम करना शुरू किया था। उनके पति एक ई-कॉमर्स कंपनी में सेल्स मैनेजर के तौर पर काम करते थे। पुलिस के मुताबिक हत्या को अंजाम देने वाले तीनों आरोपी ठाणे से लेकर पनवेल तक उसका पीछा कर रहे थे। जिन तीन सुपारी किलर को पकड़ा गया है, उनकी पहचान रोहित उर्फ शिव उर्फ रावत राजू सोनोन (22), दीपक दिनकर लोखंडे (25) और पंकज नरेंद्र कुमार यादव (26) के रूप में हुई है।
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