DG जेल की हत्या करके भागा नौकर, PAFF ने लिखा-‘हम किसी को कहीं भी मार सकते हैं’

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय(3-5 अक्टूबर) दौरे के बीच सोमवार देर रात एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया की उनके निवास पर गला रेतकर हत्या कर दी गई। पुलिस को हत्या का शक उनके घरेलू सहायक पर है। वो गायब है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जम्मू क्षेत्र) मुकेश सिंह के अनुसार घरेलू सहायक घटना के बाद से गायब है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस हत्या की जिम्मेदारी आतंकी संगठन पीएएफएफ (Peoples Anti Fascist Force) ने ली है। इस संबंध में कथितौर पर एक लेटर सामने आया है। यह संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है। अमित शाह ने इस संंबंध में रिपोर्ट ली है। हत्या के करीब 10 घंटे बाद यानी मंगलवार सुबह आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (PAFF) ने लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली। PAFF ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी रिलीज में लिखा कि यह गृह मंत्री को हमारा छोटा सा तोहफा है। हम किसी को भी कभी भी-कहीं भी मार सकते हैं।

पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह(Director General of Police Dilbag Singh) ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना बताया और कहा कि जसीर के रूप में पहचाने गए उसके घरेलू नौकर को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है। सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि संदिग्ध ने 57 वर्षीय लोहिया के शरीर को आग लगाने का भी प्रयास किया था। लोहियाको को अगस्त में केंद्र शासित प्रदेश में जेलों का महानिदेशक नियुक्त किया गया था। जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने जम्मू के बाहरी इलाके में उदयवाला में लोहिया के घर का दौरा किया। उन्होंने कहा कि 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया के शरीर पर जलने के निशान थे। उनका गला कटा हुआ पाया गया था। घटना स्थल की प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि लोहिया ने अपने पैर में कुछ तेल लगाया होगा, जिसमें कुछ सूजन दिखाई दे रही थी। पुलिस प्रमुख ने कहा कि हत्यारे ने लाश जलाने से पहले लोहिया को मौत के घाट उतारा था। उनके गले को काटने के लिए केचप की टूटी हुई बोतल का इस्तेमाल किया था। बाद में शव को आग लगाने की कोशिश की थी।

अधिकारी के आवास पर मौजूद गार्डों ने लोहिया के कमरे के अंदर आग देखी। उन्होंने बताया कि दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण उन्हें तोड़ना पड़ा। एडीजीपी ने कहा कि अपराध स्थल की प्रारंभिक जांच हत्या की ओर इशारा करती है। उन्होंने कहा, घरेलू सहायिका फरार है। उसकी तलाश शुरू कर दी गई है। फोरेंसिक और अपराध दल मौके पर पहुंच गया था। अधिकारी ने कहा, “जांच प्रक्रिया शुरू हो गई है। वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं।” जम्मू-कश्मीर पुलिस परिवार अपने वरिष्ठ अधिकारी की मौत पर दुख और गहरा दुख व्यक्त करता है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के टॉप अधिकारियों के अनुसार, आरोपी यासिर अपने व्यवहार में आक्रामक(aggressive behaviour) था और अवसाद(depression) से भी पीड़ित है। जम्मू-कश्मीर के महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया की हत्या की प्रारंभिक जांच में उसके घरेलू सहायक यासिर अहमद की भूमिका की ओर इशारा किया गया है। हेमंत लोहिया सोमवार देर रात जम्मू के उदयवाला में अपने घर में मृत पाए गए और उनका गला काट दिया गया। घटना रात करीब 11.45 बजे की है। असम के मूल निवासी, 57 वर्षीय पुलिस वाले को हाल ही में पदोन्नत किया गया था और अगस्त में डीजी जेल के रूप में नियुक्त किया गया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के अनुसार, अपराध स्थल से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज में यासिर को अपराध करने के बाद भागते हुए दिखाया गया है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक यासिर पिछले छह महीने से डीजी के घर में काम कर रहा था। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह अपने व्यवहार में काफी आक्रामक था और डिप्रेशन से पीड़ित भी बताया गया था। अभी तक कोई आतंकी एंगल सामने नहीं आया है। हालांकि, इस हत्या की गहन जांच की जा रही है, जिससे कश्मीर घाटी में हड़कंप मच गया है। उसकी मानसिक स्थिति को दर्शाने वाले कुछ दस्तावेजी सबूतों के साथ हत्या का हथियार जब्त किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने नागरिकों से यासिर अहमद की किसी भी जानकारी को संबंधित अधिकारियों के साथ शेयर करने को कहा है। पुलिस ने लोगों को यासिर के ठिकाने के बारे में सूचित करने के लिए फोन नंबर (9797517317, 9419101474, 0191-2543937) भी जारी किए हैं।

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